बरेली के बिथरी चैनपुर थाने में तैनात सिपाही कामिल अहमद तीन दिन की आकस्मिक छुट्टी लेकर शामली अपने घर गए थे। मंगलवार को कामिल छुट्टी बिताने के बाद वापस ड्यूटी पर लौट रहे थे। तभी उनकी पत्नी पत्नी यासमीन, साले मेहरबान, फुरकान और फुफेरे भाई कासिम ने कामिल को पकड़ लिया। वहीं, पर पहले तो बहस करने लगे फिर बेल्ट से कामिल पर हमला कर दिया। कामिल को उन लोगों ने इतने बेरहमी से मारा कि उनकी पीठ पर चोट के निशान छप गए। कामिल को पीटने के बाद आरोपी उनकी वर्दी उतरवाने और जान से मारने की धमकी देकर फरार हो गए।
सिपाही कामिल ने बताया कि मंगलवार को उनकी पत्नी यासमीन उनकी शिकायत करने के लिए बरेली के SSP ऑफिस पहुंची थी। वहां उसने साहब से मेरी झूठी शिकायत की। उसके बाद मुझे SSP ऑफिस के नंबर से कॉल आया और कहा गया कि साहब बुला रहे। इस पर मैंने उन्हें बताया कि मैं छुट्टी पर हूं और कल दोपहर 12 बजे नौचंदी एक्सप्रेस से आ रहा हूं। मेरे आने की समय और जगह को जानकर सारे हमलावर पहले से स्टेशन पहुंचे थे और मेरे ऊपर जानलेवा हमला कर दिया।
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निकाह रात से ही किसी और से बात करती है पत्नीपत्नी से विवाद के बारे में उन्होंने बताया कि मेरा निकाह नवंबर 2022 में उनका यासमीन से हुआ था। पत्नी मुझसे कम बात करती थी। लेकिन पता नहीं किससे दिन-रात मोबाइल पर बात करती थी। मैंने जब इस बात का विरोध किया तो पत्नी मायके चली गई। इसके बाद से उसके मायके वाले उन्हें झूठे मुकदमे में फंसाने और वर्दी उतरवाने की धमकी दे रहे हैं। फिलहाल इस मामले में पत्नी की तरफ से कोई बयान नहीं आया है। सिपाही ने पत्नी और उसके साथियों पर जान से मारने का आरोप लगाकर FIR दर्ज कराया है।