दरोगा की वर्दी पहनकर मिला था युवती से सुभाषनगर की निवासी शिल्पी, जिन्होंने एमए और बीएड किया हुआ है, ने बताया कि 28 अगस्त को बदायूं के कुंवरगांव निवासी शेखर शर्मा उर्फ गोलू से उनकी मुलाकात हुई। शेखर ने दरोगा की वर्दी पहन रखी थी और उसने अपनी ऊंची पहुंच का हवाला देकर उन्हें नौकरी दिलाने का भरोसा दिलाया। उसने शिल्पी को पराग फैक्ट्री के सामने स्थित एक अपार्टमेंट में बुलाया, जहां पहुंचने के बाद उसने शिल्पी को बंधक बना लिया।
युवती से की लूटपाट और हमले का हुआ शिकार आरोपी शेखर ने शिल्पी से 85,000 रुपये नकद, उनके जेवरात और एटीएम कार्ड छीन लिया। इसके बाद उसने मारपीट करते हुए एटीएम कार्ड का पिनकोड जबरन पूछ लिया। शिल्पी ने बताया कि आरोपी ने दुपट्टे से उनका गला घोंटकर हत्या की कोशिश भी की, जिससे वह बेहोश हो गईं। शेखर ने उन्हें मृत समझकर वहां से भाग निकला।
फर्जी दरोगा का भंडाफोड़, निकला ठग बेहोशी से होश में आने के बाद शिल्पी किसी तरह 13 अक्टूबर को अपने घर पहुंचीं और अपनी मां को घटना की जानकारी दी। शिल्पी को तब पता चला कि शेखर, जो खुद को दरोगा बताता था, असल में एक ठग है और उसने पहले भी लोगों को इर सुभाषनगर में आरोपी के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई गई है।