Deepfake Victim Rashmika Mandanna: डीपफेक के बढ़ते मामलों के बाद भारत में साइबर सुरक्षा की रक्षा के लिए दिग्गज अभिनेत्री रश्मिका मंदाना को ‘राष्ट्रीय राजदूत’ नियुक्त किया गया है। उन्हें गृह मंत्रालय के तहत ‘भारतीय साइबर अपराध समन्वय केंद्र’ (I4C) साइबर सुरक्षा को बढ़ावा और जागरूकता के लिए यह जिम्मेदारी दी गई है।
‘एआई-जनरेटेड’ वीडियो का शिकार होने के बाद एक्ट्रेस को मिली जिम्मेदारी
एक्ट्रेस का पिछले साल सामने आए एक डीपफेक “एआई-जनरेटेड” वीडियो का शिकार होने के बाद हुआ है। उस दौरान एक्ट्रेस काफी परेशान दिखीं थीं। उन्हें काफी ट्रोलिंग का सामना भी करना पड़ा था। हालांकि उन्होंने बाद में फिर वीडियो की सच्चाई बताई थी। एक्ट्रेस का वीडियो पूरी तरह से “एआई-जनरेटेड” था। लेकिन अब अपने व्यक्तिगत अनुभव के आधार पर, रश्मिका का लक्ष्य साइबर अपराध के खतरों के बारे में जागरूकता बढ़ाना और ऑनलाइन सुरक्षा को बढ़ावा देना है।
वह ऑनलाइन धोखाधड़ी, डीपफेक वीडियो, साइबर बुलिंग और AI-जनरेटेड दुर्भावनापूर्ण सामग्री सहित विभिन्न साइबर खतरों के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए देशव्यापी अभियानों का नेतृत्व करेंगी। यह विकास ऐसे समय में हुआ है जब साइबर अपराध की दरें लगातार बढ़ रही हैं और भारत में डिजिटल खतरे तेजी से विकसित हो रहे हैं।
साइबर अपराध काफी खतरनाक है: रश्मिका
इस पर प्रतिक्रिया देते हुए रश्मिका ने कहा, “साइबर अपराध काफी खतरनाक है और दुनिया भर के व्यक्तियों और व्यवसायों के लिए खतरा है। मैं मुद्दों के बारे में जागरूकता बढ़ाने और साइबर सुरक्षा के बारे में संदेश फैलाने के लिए समर्पित हूं। हमें अपने डिजिटल स्पेस की सुरक्षा के लिए खतरों का मुकाबला करने के लिए एक साथ आना होगा”।
रश्मिका ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया पेज पर एक वीडियो भी पोस्ट किया और उन्होंने सोशल मीडिया पर पोस्ट किए गए अपने डीपफेक वीडियो के बारे में खुलासा किया। फिर उसने साइबर सुरक्षा के बारे में जागरूकता फैलाने का फैसला किया।