Arjun Kapoor Podcast: मैं खोने से डरता…’,मां की मौत और पिता की दूसरी शादी से डर गए थे अर्जुन, किया खुलासा
Arjun Kapoor and Malaika Arora: अर्जुन ने अपनी पूर्व साथी मलाइका अरोड़ा के पिता के निधन पर उनके साथ खड़े होने की बात भी शेयर की। एक पॉडकास्ट पर बात करते हुए उन्होंने बताया कि यह उनका स्वाभाविक ‘इंस्टिंक्ट’ था।
अभिनेता अर्जुन कपूर ने हाल ही में अपने पर्सनल लाइफ के चैलेंज और उनके रोमांटिक रिश्तों असर के बारे में खुलकर बात की। उन्होंने अपनी मां की मौत और पिता बोनी कपूर की दूसरी शादी को अपने जीवन के बड़े ‘इमोशनल घाव’ बताया। अर्जुन ने कहा कि इन घटनाओं ने उनके भीतर ‘खोने का डर’ पैदा कर दिया है, जिससे वह हर रिश्ते को शुरुआत से ही अस्थायी मानने लगते हैं।
मलाइका अरोड़ा के कठिन समय में बने सहारा (Malaika Arora-Arjun Kapoor)
अर्जुन ने अपनी पूर्व साथी मलाइका अरोड़ा के पिता के निधन पर उनके साथ खड़े होने की बात भी शेयर की। राज शमानी के पॉडकास्ट पर बात करते हुए उन्होंने बताया कि यह उनका स्वाभाविक ‘इंस्टिंक्ट’ था। उन्होंने अपने पिता की दूसरी पत्नी श्रीदेवी के निधन के समय भी परिवार के साथ रहने की कोशिश की थी। उन्होंने कहा, “जब पापा और खुशी-जान्हवी के साथ वो हुआ, तब भी मैंने अपने रिश्ते सुधारने की कोशिश की। अगर किसी के साथ मैंने एक इमोशनल रिलेशन बनाया है, तो मैं अच्छे और बुरे समय में उनके साथ खड़ा रहना चाहूंगा।”
सोशल मीडिया और रिश्तों पर खुलकर बोले
अर्जुन ने आज के समय में मीडिया और सोशल मीडिया के प्रभाव पर भी बात की। उन्होंने कहा कि जब उन्होंने डेब्यू किया था, तब चीजें अधिक निजी हुआ करती थीं। “आजकल हर कोई फोन लेकर घूमता है, और हर रेस्टोरेंट विजिट ‘स्पॉटेड’ होने जैसा बन गया है। यह संस्कृति रिश्तों को लेकर और अधिक पारदर्शिता की मांग करती है,” उन्होंने कहा।
अर्जुन का मानना है कि रिश्तों को सार्वजनिक करना हमेशा बेहतर होता है। उन्होंने कहा, “अगर आप अपने पार्टनर से छिपकर मिलते हैं, तो यह रिश्ते को ‘सस्ते’ बना देता है। एक गरिमापूर्ण तरीके से अपने रिश्ते के बारे में स्पष्ट होना समझदारी है। मैं निजी व्यक्ति हूं, और मुझे सोशल मीडिया पर आने में भी समय लगा। वरुण धवन, आलिया भट्ट और करण जौहर ने मुझे इसके लिए मनाया था।”
‘मैंने रिश्तों से बहुत कुछ सीखा है’
अर्जुन ने कहा कि वह खुद को एक अच्छा बॉयफ्रेंड मानना पसंद करेंगे, लेकिन स्वीकार किया कि उनके व्यक्तिगत ट्रॉमा ने उनके रिश्तों की धारणा को प्रभावित किया है। उन्होंने कहा, “रिश्तों में उतार-चढ़ाव आते हैं। आप कभी नहीं जानते कि सही इंसान कब गलत साबित हो सकता है।”