पुलिस अधीक्षक राजकुमार चौधरी ने बताया कि 6 मार्च को छीपाबड़ौद थाना क्षेत्र के गोविन्दपुरा-मियाडा रोड पर अमरलाल भील निवासी खेड़लाजागीर की लाश रोड के किनारे पडी हुई मिली थी। परिजनों की रिपोर्ट पर संदिग्ध अवस्था में मृत्यु का मामला दर्ज कर जांच शुरू की गई। इसके कुछ दिनों बाद 27 मई को मृतक अमरलाल के पुत्र सुरेन्द्र कुमार ने महिला गुड्डीबाई भील (37) व उसके पति बनवारी निवासी खांखरा (40) पर हत्या का आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज कराया। इस पर गहनता से जांच तस्दीक के बाद आरोपियों को गिरफ्तार किया। दोनों ने वारदात करना स्वीकार कर लिया।
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शादी से पहले से संबंध
मृतक अमरलाल भील व आरोपी गुड्डीबाई भील दोनों खेडलाजागीर गांव के रहने वाले पड़ोसी थे। दोनों के बीच शादी से पहले से संबंध थे। इसी बीच गुड्डीबाई की शादी बनवारी से हो गई तो संबंध बंद हो गए। करीब एक साल पहले अमरलाल ने अपने काका ससुर की लडकी की शादी गुड्डीबाई के लड़के अनिल से करवा दी। इससे दोनों में संबंध बनना शुरू हो गए। कुछ दिनों बाद बनवारी को इसका पता लगा तो उसने योजना बनाना शुरू किया।
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फोन कर बुलाया और कर दी हत्या
5 मई को उसने व गुड्डीबाई ने योजना बनाकर अमरलाल को फोन कर अपने घर बुलाया। गुड्डी बाई दोनों हाथ पकडकर उसके गले पर बैठ गई और बनवारी ने छाती पर लात घूंसों से मारपीट कर हत्या कर दी। बाद में अमरलाल की बाइक को तोड़फोड़ कर दुर्घटना का रूप देने का प्रयास किया। लाश को उसकी बाइक पर रखकर जंगल में होते हुए गोविन्दपुरा-मियाडा रोड पर डाल आए। पुलिस टीम में छीपाबड़ौद थाना प्रभारी चंद्रप्रकाश यादव, हैड कांस्टेबल बालमुकंद, सत्येन्द्र सिंह, कांस्टेबल कुलवेन्द्रसिंह, किशोर व कंवरपाल शामिल थे।