डॉ. विष्णु नागर ने बताया कि एनक्यूएएस के तहत 6 विभाग आते है। इसमें 1 ओपीडी 2 लेबर 3 रूम 4 लैब 5 एनएचपी. 6 जनरल। इन सभी विभागों में अस्पताल की सभी सेवाएं अच्छी पाई गई हैं। उमाशंकर गोचर व पंकज गुप्ता के अनुसार सभी स्टाफ ने अपने-अपने विभागों में अच्छा कार्य किया है। रोगियों को गुणवत्तापूर्वक सेवा दी जा रही है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी सम्पतराज नागर, बारां ब्लॉक चिकित्सा अधिकारी केशवराज नागर, अटरू एनक्यूएएस प्रभारी डॉ. रुपनारायण नागर व दिनेश सेन ने बताया कि बारां जिले में केवल प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र चरड़ाना को ही क्वालिटी सर्टिफिकेट दिया गया है। सभी स्टॉफ प्रमिला पॉल एएनएम, जयदीप, अमन नायक, विनोद नागर, मुकेश नागर, महेश सुमन, राम बाबू सहित अन्य स्टॉफ में खुशी की लहर है। इस दौरान राष्ट्रीय गुणवत्ता, शासन कार्यक्रम के असेसमेंट के दौरान डीपीएम दिलीप शर्मा, नर्सिंग ऑफिसर उमाशंकर गोचर, सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी कुंदन शर्मा सहित चिकित्साकर्मी मौजूद थे।
4 प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों में अव्वल मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी सम्पतराज नागर बारां व खंड चिकित्सा अधिकारी केशवराज नागर अटरू के अनुसार दिसंबर माह में बारां जिले के 4 प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रो का भारत सरकार की केंद्रीय टीम ने अवलोकन किया था। इसमें चरड़ाना, बडोरा, बराना सहित बटावदा का क्वालिटी एसैसमेंट किया गया था। इसमें प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र चरड़ाना को नेशनल क्वालिटी टीम द्वारा एनक्यूएएस सर्टिफाइड प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का प्रमाण पत्र दिया गया। अब स्वास्थ्य केंद्र को प्रति वर्ष 3 लाख रुपए का अतिरिक्त बजट केंद्र सरकार द्वारा गुणवत्ता सुधार के लिए 3 वर्ष तक दिया जाएगा।
क्या है एनक्यूएएस प्रमाणपत्र राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानकों को सार्वजनिक स्वास्थ्य सुविधाओं के साथ.साथ वैश्विक सर्वोत्तम प्रथाओं के लिए विशिष्ट आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए विकसित किया गया है। एनक्यूएएस (नेशनल क्वालिटी अश्योरेंस स्टेंडर्ड) वर्तमान में जिला अस्पतालों, शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, ग्रामीण प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र के लिए उपलब्ध है।