उन्होने बताया कि कोरोना ने हर उम्र के लोगों को प्रभावित किया है। जिन लोगों को हृदय और मधुमेह जैसी बीमारियां हैं उन्हें कोरोना वायरस से खतरा ज़्यादा होता है। इसके लिए यह जरूरी नहीं कि उनको कोरोना वायरस का संचरण दूसरों के मुक़ाबले जल्दी हो जाए लेकिन कोविड हो जाने के बाद हालत अन्य मरीज़ों से ज़्यादा गंभीर हो सकती है। धीरे-धीरे परिस्थिति सामान्य हो रही है। स्वयं को तनाव मुक्त रहने के लिए घर में ही वॉक और योग, मेडिटेशन करें। कोविड के मामले घटे जरूर हैं लेकिन खत्म नहीं हुए है। इसलिए कोविड नियमों का पालन जरूर करें,भीड़ का हिस्सा न बनें। शारीरिक दूरी बना कर रहें, बाहर जाने पर दोहरे मास्क का प्रयोग करें। सावधानी और सतर्कता से ही कोरोना पर विजय पाई जा सकती है।
हृदय रोगी इस बात का रखें ध्यान ह्दय रोगी जैसे-घर पर रहें, फिजिकल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखें। परिवार के साथ समय बिताएं और पूरी तरह से चिन्तामुक्त जीवन व्यतीत करें। ह्दय रोगी अपना अतिरिक्त ध्यान रखें, स्वयं को छोटे-छोटे कामों में व्यस्त रखें। डिजिटल मशीन से बीपी चेक कर सकते हैं। बीपी घटा या बढ़ा होने पर तनाव न लें। परेशानी होने पर अपने चिकित्सक से सम्पर्क करें। दिनचर्या और सोने-जागने का समय वैसे ही रखें, जैसे पहले था और पूरी नींद लें। खाना और दवाइयों को लेकर लापरवाही न बरतें।
मधुमेह रोगी इन बातों का रखें ध्यान मधुमेह के रोगी सुबह – शाम घर के बालकनी या छत पर जरूर टहलें, साथ ही योगा करें। हरी सब्जी, मौसमी फल का सेवन करें। आलू, चीनी, चावल से परहेज करें। अगर खांसी, बुखार, सांस लेने में दिक्क़त होती है, तो घर में ही अपना ब्लड शुगर नापते रहें, शुगर की रिपोर्ट फोन से अपने चिकित्सक को बताएं तथा उसकी सलाह पर ही कोई दवा लें।
भोजन में करें बदलाव डाक्टर सिंह ने बताया कि घर में बैठे लोगों की कैलोरी बढ़ रही होगी, ऐसे में उन्हें अपनी भोजन में बदलाव करें। खाने में प्रोटीन की मात्रा बढ़ा दें। दालें और हरी सब्जी, ताजे फल खाएं, रोटी-चावल कम कर दें। नमक का सेवन कम कर दें। हल्का गुनगुने पानी का ही सेवन हमेशा करें।