फर्जी दस्तावेजों पर एंबुलेंस रजिस्टर्ड
पंजाब की रोपड़ जेल में बंद मुख्तार अंसारी जिस एंबुलेंस (यूपी 41 एटी 7171) का इस्तेमाल कर रहा था, उसका रजिस्ट्रेशन कूटरचित दस्तावेजों के आधार पर कराया गया था। इसके अलावा बिना वैध प्रमाण-पत्र के एंबुलेंस का संचालन हो रहा था। इसी को लेकर बाराबंकी की नगर कोतवाली में डॉ. अल्का राय के खिलाफ केस दर्ज किया गया था। इस मामले की विवेचना के लिए पुलिस की तीन टीमें गठित की गयी थीं। एक टीम विवेचक निरीक्षक महेंद्र सिंह के नेतृत्व में जनपद मऊ गई थी। दूसरी टीम नवीन कुमार सिंह, क्षेत्राधिकारी हैदरगढ़ के नेतृत्व में पंजाब गई थी।
एक की हुई गिरफ्तारी
मुख्तार एंबुलेंस मामले की निष्पक्ष जांच और पर्यवेक्षण के लिए एक एसआईटी का भी गठन किया गया था। मऊ गई टीम विवेचना के आधार पर श्याम संजीवनी अस्पताल एवं रिसर्च सेंटर की डॉ अल्का राय, उनके सहयोगी डॉ. शेषनाथ राय, मुख्तार अंसारी, मुजाहिद, राजनाथ यादव और अन्य का नाम इस आपराधिक षड्यंत्र में कूटरचित दस्तावेज तैयार कराने में सामने आया है। इन भी के खिलाफ केस भी दर्ज कर लिया गया है। इन पर आरोप है कि इन लोगों ने दबाव बनाकर प्रपत्रों पर हस्ताक्षर कराया और आपराधिक षड्यंत्र कर कूटरचित दस्तावेजों के आधार पर धोखाधड़ी करते हुए नियमों के खिलाफ जाकर उपयोग के लिए वाहन खरीदा और फर्जी ढंग से पंजीकरण कराकर गलत इस्तेमाल करने के आपराधिक कृत्य और अवैध रजिस्ट्रेशन के बावजूद अपने कब्जे में रखकर एंबुलेंस का संचालन किया।
कार्रवाई में जुटी पुलिस
बाराबंकी एसपी यमुना प्रसाद के मुताबित इस प्रकरण में सबूतों के क्रम में धारा-120बी, 506, 177 भा.द.वि. और 07 सीएलए एक्ट की बढ़ोत्तरी करते हुए पुलिस ने राजनाथ यादव निवासी अहिरौली थाना सराय लखन्सी, मऊ की गिरफ्तारी की है। एसपी ने बताया बाती अन्य आरोपियों के खिलाफ विधिक कार्यवाही चल रही है। एसपी यमुना प्रसाद ने बताया कि इसी मामले में दूसरी टीम जो नवीन कुमार सिंह, क्षेत्राधिकारी हैदरगढ़ के नेतृत्व में पंजाब गई थी, वहां रोपड़-ऊना हाईवे पर ढाबे के पास एंबुलेंस लावारिस हालत में खड़ी मिली थी। जिसे थाना सदर, रोपड़ में दाखिल किया गया है। जांच-पड़ताल के बाद एंबुलेंस को केस प्रॉपर्टी के रूप में हस्तगत कराकर बाराबंकी लाया जा रहा है। इसके बाद जांच कर आगे की कार्रवाई होगी।