रसद विभाग से करें तुरंत संपर्क
रसद विभाग के अनुसार सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दिया था कि सभी श्रमिकों को उनके कार्य क्षेत्र में राशन कार्ड होना चाहिए। इससे वह सरकार की योजनाओं को लाभ ले सकें। इसके लिए उनको अपना लेबर कार्ड, आधार कार्ड और श्रमिक कार्ड लेकर रसद विभाग में संपर्क करना होगा। इससे रसद विभाग उनके परिवार का राशन कार्ड बनाएगा। यदि किसी श्रमिक का राशन कार्ड तो है पर उसके परिवार के किसी सदस्य का नाम कार्ड में नहीं जुड़ा है तो उसको जुड़वाया जा सकेगा। इसके लिए रसद विभाग ने भी तैयारियां कर ली हैं। गौरतलब है कि लेबर डिपार्टमेंट में 44 हजार श्रमिक पंजीकृत हैं, जबकि जिले में कार्यरत श्रमिकों की संख्या इससे करीब दोगुनी है। ऐसे में बड़ी संख्या में लोगों के लिए यह योजना लाभकारी होगी। बनाएंगे राशन कार्ड
यदि किसी श्रमिक का लेबर कार्ड बना हुआ है और वह लेबर डिपार्टमेंट के पोर्टल पर पंजीकृत है राशन कार्ड बनाया जाएगा। इसके लिए उसको श्रमिक कार्ड के साथ ही आधार कार्ड, श्रम विभाग का पंजीयन कार्ड लाना होगा। यदि श्रमिक का राशन कार्ड बना हुआ है और परिवार के किसी सदस्य का नाम नहीं जुड़ा है तो वह नाम भी जुड़वा सकेंगे।
हजारीलाल आलोरिया, जिला रसद अधिकारी, बांसवाड़ा
श्रम विभाग में पंजीयन नहीं तो यह करें
यदि आप बांसवाड़ा में श्रमिक के रूप में कार्य करते हैं और आप का पंजीयन श्रम विभाग में नहीं है तो अपने मैनेजर से संपर्क कर सकते हैं। प्रबंधन का जिमा है कि वह श्रमिका का पंजीयन श्रम विभाग में कराएं। इन श्रमिकों को अधिक लाभ
जिले में कई कपड़ा मिल हैं जिनमें हजारों की संया में श्रमिक कार्य करते हैं। यह प्रदेश के बाहर उत्तर प्रदेश, बिहारी या दक्षिण के राज्यों से आते हैं। ऐसे हजारों श्रमिक हैं जिनका राशन कार्ड नहीं है। अब सुप्रीम कोर्ट के आदेश से इन श्रमिकों को राहत मिलेगी। यह बात भी दीगर है कि एक बार राशन कार्ड बनने के बाद इसका कई स्थान पर उपयोग भी किया जाता है।