दूसरा मामला सल्लोपाट थाना क्षेत्र के तहत गमानिया हमीरा गांव में हुआ। यहां पिता के साथ बैलों को पानी में नहलाने के लिए गए बच्चे की पानी में डूबने से मौत हो गई।
पुलिस ( banswara police ) ने बताया कि गमानिया हमीरा निवासी शंकर गरासिया अपने 12 वर्षीय पुत्र दीपक के साथ दोपहर बाद करीब चार बजे निकट ही नाले में बैलों को नहलाने गया था। नाले में एक गहरा गड्ढा था और बैल अचानक ही उस ओर चला गया। दीपक बैल को वापस लाने गया। बैल तो वापस आ गया, परंतु दीपक गड्ढे में फंस गया। पिता ने उसे निकालने का प्रयास किया, लेकिन असफल होने पर शोर मचाया। आसपास के लोग एकत्रित हो गए और दीपक को पानी से बाहर निकालकर गांगडतलाई अस्पताल ले गए, जहां डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
त्यौहार की खुशियां मातम में बदल गईं परिजनों के अनुसार दिवाली ( diwali 2019 ) के मौके पर मवेशियों को भी नहलाने की प्रथा है। इसके चलते बैलों को नहलाने के लिए पिता-पुत्र गए थे। दीपक गांव के ही विद्यालय में आठवीं कक्षा में अध्ययनरत था। दोनों ही मामलों में त्यौहार की खुशियां मातम में बदल गईं। ( प्रतीकात्मक तस्वीर )