नेता प्रतिपक्ष आर.अशोक ने कहा कि, कांग्रेस ने पिछली भाजपा सरकार पर पूरी तरह से झूठे आरोप लगाए थे। अब, यह साबित हो गया है कि 40 प्रतिशत कमीशन का आरोप कांग्रेस के टूल किट का हिस्सा था। दरअसल, पिछले 2023 के विधानसभा चुनावों के दौरान तत्कालीन विपक्षी दल कांग्रेस ने भाजपा सरकार को घेरने के लिए कर्नाटक राज्य ठेकेदार संघ के 40 प्रतिशत कमीशन के आरोप को एक प्रमुख हथियार के रूप में इस्तेमाल किया था। भाजपा को चुनाव में मिली हार का यह एक प्रमुख कारण भी बना।
अशोक ने कहा कि, यह साबित हो गया है कि भाजपा के खिलाफ लगाया गया 40 प्रतिशत कमीशन का आरोप झूठा है। पार्टी से बाहर आ चुकी है। कांग्रेस ने राज्य ठेकेदार संघ के अध्यक्ष केम्पण्णा और उपाध्यक्ष को अपने टूल किट के रूप में इस्तेमाल किया था कि, सरकार 40 प्रतिशत कमीशन ले रही है। उसके आधार पर मामला दर्ज किया गया और अब सच्चाई सामने आ गई है। जिस ठेकेदार नेे तत्कालीन भाजपा सरकार के खिलाफ आरोप लगाए थे और कमीशन देने का दावा किया था, वास्तव में वे छह साल तक ठेकेदार के तौर पर काम किए ही नहीं थे। इसलिए यह ठेकेदार और अन्य बेरोजगार ठेकेदार कांग्रेस के टूल किट का हिस्सा बन गए और बसवराज बोम्मई सरकार के खिलाफ आरोप लगाए गए।
उन्होंने कहा कि, भाजपा कार्यकर्ता आज खुश हैं कि, तमाम आरोप फर्जी थे। कांग्रेस सरकार सत्ता में आने के बाद पिछले 16 महीनों में कोई आरोप साबित कनरे में विफल रही। उन्होंने उच्च न्यायालय में दस्तावेज जमा नहीं किए हैं, जहां मामला चल रहा है। अब लोकायुक्त ने यह कहते हुए क्लीन चिट दे दी है कि जब किसी ने छह साल तक ठेकेदार के रूप में काम नहीं किया है, तो कमीशन देने का सवाल ही कहां है। उन्होंने आगे आरोप लगाया कि सिद्धरामय्या के नेतृत्व वाली मौजूदा कांग्रेस सरकार 60 प्रतिशत कमीशन वाली सरकार है। अशोक वाल्मीकि कॉरपोरेशन तथा कांग्रेस सरकार पर लगे अन्य आरोपों का भी जिक्र किया।
आरोप लगाते समय सावधानी बरते कांग्रेस: येडियूरप्पा
उधर, वरिष्ठ भाजपा नेता व पूर्व मुख्यमंत्री बी एस येडियूरप्पा ने कहा कि, लोकायुक्त जांच ने खुद ही आरोपों का जवाब दे दिया है कि, सारे आरोप झूठे थे। वे कांग्रेस नेताओं से अपील करते हैं कि, वे इस पर सावधानी से बोलें। यह समझते हुए कि इस तरह के झूठे आरोप लगाने का कोई फायदा नहीं है।
माफी मांगे कांग्रेस: प्रहलाद जोशी
केंद्रीय मंत्री प्रहलाद जोशी ने कहा कि सत्तारूढ़ कांग्रेस को झूठे आरोप लगाने के लिए माफी मांगनी चाहिए। पार्टी शुरू से ही कह रही है कि, 40 प्रतिशत कमीशन का आरोप झूठा है। अब लोकायुक्त ने निष्कर्ष निकाला है और रिपोर्ट तैयार की है।
सबूतों के अभाव में आरोपी रिहा हुआ तो क्या हत्या नहीं हुई: सिद्धरामय्या
भाजपा के दावे पर मुख्यमंत्री सिद्धरामय्या ने कहा कि, राज्य ठेकेदार संघ के अध्यक्ष डी. केम्पण्णा की शिकायत के आधार पर जांच का आदेश दिया गया था। भाजपा ने दावा किया है कि लोकायुक्त ने मामले में बसवराज बोम्मई सरकार को क्लीन चिट दे दी है। लेकिन, जब किसी आरोपी को सबूतों के अभाव में रिहा कर दिया जाता है, तो इसका मतलब यह नहीं है कि हत्या नहीं हुई है। इसका मतलब यह हो सकता है कि गवाहों ने अदालतों के सामने ठीक से गवाही नहीं दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि वह अपने इस आरोप पर कायम रहेंगे कि भाजपा ने 50 कांग्रेस विधायकों को 50-50 करोड़ रुपए देकर खरीदने की कोशिश की थी। भाजपा ने दलबदल कराने की कोशिश की, लेकिन असफल रहे।
केवल 40 फीसदी कमीशन आरोप से सत्ता में नहीं आई कांग्रेस: परमेश्वर
वहीं, गृह मंत्री डॉ जी परमेश्वर ने कहा कि उन्हें इस तरह के दावों के आधार के बारे में जानकारी नहीं है। यह कहना गलत है कि कांग्रेस केवल भाजपा सरकार के खिलाफ 40 प्रतिशत कमीशन अभियान के कारण सत्ता में आई। क्योंकि, गारंटी योजनाएं एक प्रमुख मुद्दा थीं। भाजपा का दावा हो सकता है कि कांग्रेस पिछली भाजपा सरकार के खिलाफ लगातार 40 प्रतिशत कमीशन का आरोप लगाकर सत्ता में आई थी। राज्य ठेकेदार संघ के तत्कालीन अध्यक्ष केम्पण्णा अब जीवित नहीं हैं जिन्होंने भाजपा सरकार के दौरान भ्रष्टाचार और 40 प्रतिशत कमीशन वसूलने का आरोप लगाते हुए प्रधानमंत्री को पत्र लिखा था।