शहर के सभी मेट्रो स्टेशन के आसपास वाहनों के पार्किंग की सुविधा उपलब्ध है जबकि चिकपेट मेट्रो स्टेशन के पास खाली स्थान होने के बावजूद पार्किंग की सुविधा नहीं है। लोग यहां अपने वाहन खड़ा कर मेट्रो का सफर नहीं कर सकते हैं।
मेट्रो स्टेशन के आसपास प्रसाधन सुविधा नहीं होने से लोगों को खुले में ही लघुशंका करते देखा जा सकता है। बृहद बेंगलूरु महानगर पालिका भी चिकपेट के व्यापारियों को सुविधा उपलब्ध कराने में अब तक नाकाम रहा है। हाल ये है कि चिकपेट क्षेत्र में सडक़ें टूटी हैं, लेकिन बीबीएमपी की नींद नहीं खुल रही हे। जबकि यहां के व्यापारी वर्ग बीबीएमपी को पूरा सहयोग करने को भी तैयार हैं। चिकपेट मेट्रो स्टेशन के आसपास फल व सब्जी विक्रेताओं द्वारा गंदगी सडक़ पर ही फेंके जाने से दुर्गंध रहती है। बीएमआरसीएल व बीबीएमपी का इस ओर कोई ध्यान नहीं रहता है।
बीएमआरसीएल के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी यशवंत चव्हाण से इस संबंध में बात करने पर उन्होंने तीन गेट बंद होने के बारे में अनभिज्ञता जताई और संबंधित अधिकारियों से जानकारी लेने की बात कह कर पल्ला झाड़ लिया। इससे पता चलता है कि बीएमआरसीएल को जनता की समस्याओं के बारे में कितनी परवाह है।