जिले के ललिया थानाक्षेत्र में मोबाइल एम्बुलेन्स बाढ़ के तेज बहाव में फंस गयी, जिसमें पांच स्वास्थ्य कर्मी सवार थे। देर रात चक चले रेस्क्यू आपरेशन में एसडीआरएफ की टीम ने एम्बुलेन्स में फंसे कर्मियों को बाहर निकाला।
पहाड़ी नालों से आयी अचानक बाढ़ में फंसे पांच युवक जान बचाने के लिये पेड़ पर चढ़ गये थे। सारी रात पांचों युवक दो अलग-अलग पेड़ों पर बैठे रहे। सुबह इन्हें एसडीआरएफ की टीम ने सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया।
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ट्रैक्टर टॉली भी बह गई
जिले में एक ट्रैक्टर-ट्राली बाढ़ के तेज बहाव में बह गयी, जिस पर चार लोग सवार थे। तीन को सकुशल बचा लिया गया, लेकिन एक युवक चेतराम वर्मा अभी भी लापता है। उसकी तलाश की जा रही है। गौरा चौराहा थाना क्षेत्र के बरहना गांव में एक युवक बाढ़ के पानी में बह गया, जिसकी तलाश की जा रही है।
बाढ़ का पानी रेलवे ट्रैक पर आ जाने से 12 घंटे तक रेलमार्ग अवरुद्ध रहा। कौवापुर व तुलसीपुर रेलवे स्टोशन के बीच रतोहा गांव के पास बाढ़ के तेज बहाव में रेलवे ट्रैक की मिट्टी धंस गयी थी। ट्रैक दुरुस्त करने का बाद ट्रेनों का संचालन शुरू किया गया।
एसडीआरएफ एक रेस्क्यू टीम है। इसमें ट्रेंड पुलिस, एक्स आर्मी और होमगार्ड के जवान शामिल होते हैं। इस टीम के सदस्य बचाव कार्य के आधुनिक उपकरणों से लैस होते हैं। इनमें मेडिकल और अग्निशमन टीम भी शमिल होती है।