मची अफरा-तफरी, इधर उधर भागे लोग
मधुमक्खियों ने जब लोगों पर हमला किया, तब लोग इधर उधर भागने लगे। किसी को कुछ समझ नहीं आ रहा था। आखिर मधुमक्खी कहां से आ गई। वहीं विचाराधीन कैदी को पुलिस ने अपनी निगरानी में रखा था। हांडी के धुएं के कारण किया हमला
रविवार को अर्जुंदा नगर के रहने वाले 65 वर्षीय किशोर चंदेल की मौत हो गई। किशोर का बेटा प्रवीण चंदेल डॉक्टर के साथ मारपीट के मामले में जेल में था। उसे पिता के अंतिम संस्कार के लिए न्यायालय से अनुमति मिली। प्रवीण चंदेल तीन पुलिस कर्मियों के साथ अपने घर पहुंच कर पिता की अंतिम यात्रा में शामिल हुआ। मृतक किशोर चंदेल की अंतिम यात्रा निकाली गई। जैसे ही मुक्तिधाम पहुंचने वाले थे, उससे कुछ पहले बरगद वृक्ष के नीचे कंधा बदलने के रस्म के लिए शव को नीचे रखा, तभी हांडी में रखी आग का धुआं उठने से अचानक मधुमक्खियों के झुंड ने हमला कर दिया।
बेमेतरा और बेरला के किसान फसल पकाने तांदुला जलाशय से अभी भी कर रहे पानी की मांग
शव को छोड़ इधर-उधर भागने लगे लोग
मधुमक्खियों के झुंड के हमले से अफरा-तफरी मच गई। सभी लोग शव को छोड़ कर अपनी जान बचाने इधर-उधर भागने लगे। घटना में विचारधीन कैदी प्रवीण चंदेल, मुकेश गलबीर, एसपी खान, योगेश्वर, एके चंदेल, पंकज, आसिफ, रितेश, तुलेश्वर, रोमन, राकेश, दानेद्र, प्रहलाद घायल हो गए। उन्हें तत्काल अर्जुंदा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया गया।