22 अगस्त से तांदुला जलाशय का गेट खुला
22 अगस्त से तांदुला जलाशय का गेट खुला हुआ है। अभी तक पानी छोड़ा जा रहा है। लगभग डेढ़ माह में तांदुला जलाशय से लगभग 6 फीट पानी कम हो गया है। वर्तमान में जलाशय में 66.59 प्रतिशत यानी 30.70 फीट पानी है। जिले के सभी जलाशय इस साल लबालब भरे हैं। सिंचाई विभाग के मुताबिक जब गेट खोला गया था, उस दिन जलाशय में 36.40 फीट पानी था। किस जलाशय में कितना जलभराव प्रतिशत में
जलाशय – जलभरावतांदुला – 66.59
खरखरा – 91.54
मटियामोती – 89.76
गोंदली – 62.48
इधर पोंडी, खैरवाही व लोंडी के किसानों ने गर्मी के लिए मांगा पानी
सोमवार को जिले के ग्राम पोंडी, लोंडी, खैरवाही सहित अन्य गांव के किसानों ने भाजपा किसान मोर्चा जिला अध्यक्ष पवन साहू के साथ कलेक्टर इंद्रजीत चन्द्रवाल से मिले। कहा जलाशय में भरपूर पानी है। आगामी रबी की फसल के लिए जलाशयों से पानी उपलब्ध कराएं। किसान प्रताप कुमार साहू सहित अन्य किसानों ने कलेक्टर से पांच सूत्रीय मांग रखी। डांग-डोरी खेलने के दौरान 11 केवी लाइन के तार की चपेट में आने से 10 ग्रामीण घायल
रबी फसल के लिए पानी छोड़ने से बढ़ता है वाटर लेबल
इस वर्ष तांदुला जलाशय में पर्याप्त पानी भरा है। रबी धान की फसल के लिए पानी छोडऩे से गांव में धरातल का वाटर लेवल लगभग बना रहता है। जिससे पेयजल की समस्या नहीं होती है। मजदूरों को रोजगार की पूर्ति होती है। मजदूरों को पलायन नहीं करना पड़ता है। इन कारणों से किसान रबी धान फसल के लिए पानी की मांग कर रहे हैं। ज्ञापन सौंपने वालों में प्रताप साहू, रवि टेमरिया, लोकेश साहू, राजू यादव, तोमन साहू, धर्मेश साहू, कचरू, चेतन यादव, अमरसिंह मौजूद रहे।
तीन से चार दिन और पानी छोडऩे की मांग
सिंचाई विभाग बालोद ईई पीयूष देवांगन ने कहा कि तांदुला जलाशय से 22 अगस्त से पानी छोड़ा गया है। बेमेतरा व बेरला से अभी भी पानी की मांग आ रही है। इस क्षेत्र के किसानों ने तीन से चार दिन और पानी छोडऩे की मांग कर रहे हैं। इसके बाद गेट बंद कर दिया जाएगा।