बाक्स – एक ये नक्सलियों भी मारे गए हैं मुठभेड़ में नक्सलियों की डॉक्टर कहीं जाने वाली सुनीता और सरीता को पुलिस ने अप्रैल २०२३ में मुठभेड़ में मारा था। दोनों पर १४-१४ लाख रुपए का इनाम था। दोनों के पास से पुलिस ने दवाईयां, इजेक्शन सहित अन्य सामग्री बरामद किया था। वर्ष 2019 में दो नक्सली अशोक उर्फ मंगेश व महिला नंदे को देवरबेली के पुजारीटोला में मार गिराया था। उन पर 28 लाख रुपए का इनाम था। वर्ष 2020 में 42 लाख के तीन इनामी नक्सलियों में शोभा और सावित्री को किरनापुर के बोरबन में मुठभेड़ के दौरान मारा था। उस समय एक नक्सली को गिरफ्तार किया गया था। वर्ष 2021 में 28 लाख के इनामी दो नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया था। वर्ष 2022 में तीन मुठभेड़ में छह नक्सलियों को मारा गया था। पहले मुठभेड़ में 20 जून को लोढांगी चौकी के कादला में नागेश उर्फ राजू तुवाली, मनोज और महिला रामे को मारा गया था। दूसरी मुठभेड़ 30 नवंबर को सुपखार के जामसेहरा में हुई थी, जिसमें दो नक्सली राजे उर्फ नंदना वंजाम और गणेश मेरावी को मारा गया था। 18 दिसंबर को तीसरी मुठभेड़ हर्राटोला में हुई थी, जिसमें रूपेश को पुलिस ने मार गिराया था।
बाक्स – दो 6 नक्सली दलम सक्रिय पुलिस की माने तो बालाघाट-मंडला-डिंडौरी जोन में छह नक्सली दलम सक्रिय है। जीआरबी डिविजन के अंतर्गत तीन दल और केबी डिविजन के अंतर्गत तीन दलम आते हैं। मलाजखंड दल, टांडा दल, दर्रेकसा दल, खटिया मोचा दल प्लाटून-दो और खटिया मोचा दल प्लाटून-तीन शामिल हैं। प्रत्येक दल में करीब 7-8 नक्सली शामिल रहते हैं। इसमें करीब 80 से 100 नक्सली वर्तमान समय में सक्रिय हैं। वर्जन – पिछले पांच वर्षों में सुरक्षा बल के जवानों ने 20 प्रमुख नक्सलियों को मार गिराया है। 1.52 करोड़ रुपए के छह नक्सलियों को गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की है। – सुधीर सक्सेना, पुलिस महानिदेशक भोपाल मप्र