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हालात ये है कि फल एवं सब्जी विक्रेता खुलेआम निर्धारित की गई मूल्य से एक दो नहीं, बल्कि 10 से 20 गुना ज्यादा दाम ग्राहकों से वसूल रहे हैं। उदाहरण के तौर पर जहां हरी मिर्च की कीमत 50 रुपए प्रति किलोग्राम निर्धारित की गई है। ये विक्रेता उसे 200 से 250 रुपये प्रति किलोग्राम में बेच रहे हैं। इसी तरह से आलू की कीमत भी दो गुना तक बढ़ाकर बेचे जा रहे हैं। इससे आम जनता काफी परेशान होने लगी है। लोग इसकी शिकायत भी जिलाधिकारी को फोन के जरिए कर रहे हैं, ताकि मुनाफाखोरों के खिलाफ सख्त कदम उठाए जा सकें। इस संबंध में जब अपर जिलाधिकारी अमित कुमार से बात की गई तो उनका कहना था कि वह मामले को गंभीरता से दिखवा रहे हैं। इस तरह की हरकत करने वाले फल-सब्जी विक्रेताओं के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे।
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संक्रमण से बचने का भी नहीं कर रहे उपाय
गली-मोहल्लों में फल एवं सब्जी की बिक्री करने वाले विक्रेता संक्रमण से बचने के लिए किसी भी तरह के उपायों का प्रयोग अमल में नहीं ला रहे हैं। इनके द्वारा ना तो मास्क का प्रयोग किया गया है, ना ही ग्लब्ज का प्रयोग किया गया है और ना ही सैनिटाइजर का प्रयोग किया गया है। इतना ही नहीं बिक्री की जाने वाली सब्जी एवं फलों की साफ-सफाई पर भी कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। इसे लेकर लोग काफी डरे और सहमे हुए भी हैं। यही कारण है कि सब्जी और फल विक्रेताओं की शिकायत लोग प्रशासन से बार-बार कर रहे हैं।