ज्ञात हो कि लोकसभा चुनाव की घोषणा कभी भी हो सकती है, लेकिन अभी तक किसी भी रानीतिक दल ने अपने पत्ते नहीं खोले हैं, लेकिन बागपत के सांसद व केंद्रीय मंत्री सत्यपाल सिंह ने अपने विकास कार्याें की प्रशंसा करते हुए कहा कि आने वाले लोकसभा चुनाव में वह बागपत से ही चुनाव लड़ेंगे। उन्होंने दावा किया है कि बागपत के लोगों का दिल जीतने में उन्होंने सफलता पार्इ है और आने वाले चुनाव में यहां के लोगों का उनको साथ भी मिलेगा। वहीं विपक्षी पार्टी बसपा और सपा ने गठबंधन का तो ऐलान कर दिया है, लेकिन अभी तक अपने उम्मीदवारों की सूची जारी नहीं की है। उनकी किससे टक्कर होने जा रही है। इसके सवाल पर मंत्री सत्यपाल ने हंसकर जवाब देते हुए कहा कि बागपत में उनके सामने कोई नहीं है, जो यहां के लोगों के प्यार को चुनौती दे सके।
वहीं इस पर राजनीतिक विशलेषक सतवीर सिंह राठी का कहना है कि बागपत में जब तक सामने कोई प्रतिद्धंदी उम्मीदवार न हो इस तरह की बात बेमानी है। भाजपा के सत्यपाल सिंह जरूर मजबूत स्थिति में हैं, लेकिन बागपत के अंदर अगर सत्यपाल सिंह हारे तो पार्टी के अपने ही नाराज लोग इसका कारण बनेंगे। क्योंकि बागपत में अपने ही लोगों में बगावत की स्थिति से इनकार नहीं किया जा सकता है।