दरअसल, मामला बागपत के मौहम्मदपुर खूंटी गांव के जंगल का है। जहाँ कई दिनों से तेंदुआ घूमता दिखाई दे रहा है। आरोप है कि इसकी सूचना ग्रामीणों ने वन कर्मियों को दी, लेकिन वहां वन कर्मी नहीं पहुंचे। शुक्रवार की शाम तेंदुआ गांव के पास एक आवारा गोवंश को घसीटकर इलम सिंह पुत्र भरतूसिंह के खेत पर ले गया। तथा गांव से मात्र डेढ़ सौ मीटर की दूरी पर वन क्षेत्र के पास गोवंश को अपना निवाला बना लिया।
शनिवार को खेतों पर गये किसानों ने गोवंश का आधा हिस्सा पड़ा होने की सूचना वन कर्मियों को दी। जिस पर संतनगर नर्सरी से एक कैटिल गार्ड वहां पहुंचा तथा गोवंश के बचे अवशेष जंगल में दबा दिए। ग्रामीणों कूडेसिह, बबलू, इंद्रपाल, राजेंद्र, भोपाल, सचिन आदि ने बताया कि कई दिनों से तेंदुआ यहां घूम रहा है। ग्रामीणों ने खुद जंगल में कॉम्बिंग की।
ग्रामीणों ने बताया कि गत वर्ष इन्ही दिनों में तेंदुआ अमनसिंह के कटड़े को उसके घर से ही उठा ले गया था। वह विभाग की अधिकारी अभी भी शायद किसी बड़ी घटना की इंतजार कर रहे है। जिससे ग्रामीणों में दहशत बनी हुई खेतो पर जाने के लिए भी झुंड बना जाते है। उधर रहतना गांव के जंगल मे तेंदुए को खेतों में देखने से ग्रामीणों में भय बनी हुई। ग्रामीणों की सूचना के बाद भी वन विभाग का कोई कर्मचारी नही पहुचा है।