सहारनपुर के दामाद कमलनाथ होंगे सबसे अमीर मुख्यमंत्री, प्रॉपर्टी जानकर खुली रह जाएंगी आंखें बता दें कि गुरुवार को लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस-वे पर हुए एक हादसे में बागपत जिले की बड़ौत विधानसभा क्षेत्र से 2012 में बसपा से विधायक रहे लोकेश दीक्षित के छोटे भाई नारारण दीक्षित की मौत हो गई है। नारायण दीक्षित दिल्ली के प्रीत विहार ईस्ट क्लदेव कालोनी में रहते थे। दिल्ली से लखनऊ जाते समय एक्सप्रेस वे पर यह हादसा हुआ था। वह गाजियाबाद के साहिबाबाद शालीमार गार्डन निवासी इंजीनियर व ठेकेदारी में साझेदार अजय कुमार रैना के साथ कार से लखनऊ जा रहे थे। कार नारायण दीक्षित खुद चला रहे थे। बांगरमउ कोतवाली क्षेत्र के ग्राम रधुरामपुर के समाने कार अनियंत्रित हुई और डिवाइडर से टकराकर दुघर्टना ग्रस्त हो गई। हादसे के बाद दोनों को स्थानीय पुलिस ने स्वास्थ केंद्र में भर्ती कराया था। जहां डाक्टरों ने नारायन दीक्षित को मृत घोषित कर दिया। उनकी मृत्यु की सूचना पर मौके पर पहुंचे नारायन के भाई लोकेश दीक्षित ने वहां के जिलाधिकारी को शिकायत पत्र देते हुए इस हादसे को हत्या बताया है और घटना की जांच की मांग की है।
घर में अकेली 85 वर्षीय दादी से पोते ने ही किया रेप, घर पहुंचे परिजन तो इस हाल में मिली बुजुर्ग, देखें वीडियो- बता दें कि नारायण दीक्षित को पूर्वांचल के डान मुन्ना बजरंगी ने जान से मारने की धमकी दी थी, जिसकी शिकायत लोकेश दीक्षित ने बागपत जिला प्रशासन से करते हुए उसके खिलाफ मामला दर्ज कराया था। इसी मामले को लेकर मुन्ना बजरंगी को बागपत कोर्ट में पेशी पर लाया गया था, लेकिन पेशी से पहले 9 जुलाई को बागपत जेल में पहुंचे मुन्ना बजरंगी को गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया गया। इस हत्या के बाद बसपा विधायक लोकेश दीक्षित भी सदमें में थे और उन्होंने मुन्ना बजरंगी के गुर्गों से जान को खतरा बताया था। अब लोकेश दीक्षित ने शिकायती पत्र में मुन्ना बजरंगी के गुर्गों पर हत्या का अरोप लगाते हुए जांच की मांग की है।