जेपीसी में होंगे 39 सदस्य
जेपीसी में लोकसभा से भर्तृहरि महताब, पीपी. चौधरी, सीएम रमेश, बांसुरी स्वराज, परषोत्तमभाई रूपाला, अनुराग सिंह ठाकुर, विष्णु दयाल राम, संबित पात्रा, अनिल बलूनी, विष्णु दत्त शर्मा, बैजयंत पांडा, संजय जायसवाल, प्रियंका गांधी वाड्रा, मनीष तिवारी, सुखदेव भगत, धर्मेंद्र यादव, छोटेलाल, कल्याण बनर्जी, टी.एम. सेवा गणपति, हरीश बालयोगी, अनिल यशवंत देसाई, सुप्रिया सुले, श्रीकांत एकनाथ शिंदे, सांभवी, के. राधाकृष्णन, चंदन चौहान और बालशौरि वल्लभनेनी को शामिल किया गया है।
विपक्ष ने किया विधेयक का कड़ा विरोध
वन नेशन-वन इलेक्शन से संबंधित 129वें संविधान (संशोधन) विधेयक पर संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) का गठन कर दिया गया है। जेपीसी में सदस्यता की बात करे तो लोकसभा से 27 सदस्य और राज्यसभा से 12 सदस्य होंगे। इस विधेयक को केंद्रीय कैबिनेट की मंजूरी मिलने के बाद मंगलवार को लोकसभा में पेश किया गया। केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने इसे पटल पर रखा। विपक्ष ने इस विधेयक का कड़ा विरोध किया। जेपीसी को विधेयक भेजा गया
मोदी सरकार ने विपक्ष की प्रतिक्रिया और विधेयक के सभी पहलुओं पर गहन विचार के लिए इसे जेपीसी के पास भेजने का निर्णय लिया। जेपीसी का गठन सरकार की सिफारिश पर किया गया। यह विधेयक “वन नेशन-वन इलेक्शन” का आधार तैयार करता है, जिससे पूरे देश में एक साथ लोकसभा और राज्य विधानसभा चुनाव कराने की प्रक्रिया संभव हो सकेगी।