Meerut: भाजपा महानगर अध्यक्ष की रिपोर्ट आई निगेटिव, भाजपाइयों ने ली राहत की सांस
अध्यापकों के छूट रहे पसीने इसके लिए अध्यापकों के पसीने छूट रहे हैं। अध्यापक अपनी तैयारियों लगे हुए हैं, लेकिन उनके सामने कई प्रकार की समस्या आ रही हैं। महरमपुर गांव के परिषदीय विद्यालय में टीचर योगेंद्र त्यागी का कहना है कि अधिकांश अभिभावकों को जब भी फोन किया जाता है तो वे व्हाट्सऐप नहीं चलाने की बात कहते हैं। किसी का नंबर आउट ऑफ रेंज है तो किसी के पास व्हाट्सऐप चलाने की सुविधा नहीं है। कोई बच्चा रिश्तेदारी में गया हुआ है तो कोई घर में सुविधा नहीं होने की बात कह रहा है। जिनके बच्चों के पास व्यवस्था हैं, वे लाभ उठा रहे है। आधे से अधिक बच्चों के पास व्हाट्सऐप नहीं है। बीएसए राजीव रंजन का कहना है कि अभी विद्यालयों से रिपोर्ट नहीं आई है। रिपोर्ट आने के बाद ही आगे की रणनीति तय होगी।Ghaziabad: एक माह से घर पर बैठै बुजुर्ग को हो गया कोरोना
बागपत में यह है स्थिति— परिषदीय विद्यालयों में बच्चों की संख्या 69836 है
— 20% बच्चों के पास है एंड्राइड मोबाइल की व्यवस्था