अफगानिस्तान सरकार ने शनिवार को जानकारी देते हुए बताया है कि तालिबान ने यह हमला ऐसे समय में किया है जब 18 साल से चल रहे संघर्ष को समाप्त करने के लिए अमरीका के साथ बातचीत का कर रहा है। तालिबान की मांग की है कि अफगानिस्तान से सभी विदेशी बल बाहर जाएं।
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बता दें कि पूरे अफगानिस्तान में करीब आधे हिस्से पर तालिबान का कब्जा या दबदबा है। 2001 से अमरीकी सुरक्षा बल अफगानिस्तान में तैनात है और तालिबान के खिलाफ लड़ाई लड़ रहा है, लेकिन इसके बावजूद भी मजबूत स्थिति में है।
हवाई हमले में 26 तालिबानियों की मौत
अफगानिस्तान के राष्ट्रपति के प्रवक्ता सादिक सिद्दीकी ने कहा कि तालिबानी हमलों का मुहतोड़ जवाब सुरक्षा बल दे रहे हैं। वहीं प्रांतीय परिषद सदस्य गुलाम रब्बानी ने बताया कि तालिबान ने कुंदुज अस्पताल पर कब्जा कर लिया है। सुरक्षाबलों और तालिबानी लड़ाकों के बीच संघर्ष में दोनों पक्षों के लोग हताहत हुए हैं।
फिलहाल, हताहतों की संख्या को जाहिर नहीं किया गया है। रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता रूहुल्ला अहमदजई ने पत्रकारों से बात करते हुए बताया कि तालिबानी आतंकियों ने मरीजों को बंधक बना लिया है।
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उन्होंने यह भी बताया कि हवाई हमले में 26 तालिबान आतंकवादी मारे गए हैं। हालांकि यह साफ नहीं किया कि इस संघर्ष में कितने आम नागरिक हताहत हुए या फिर अफगान सुरक्षा बलों को नुकसान हुआ है। तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्ला मुजाहिद ने एक ट्वीट में इस हमले को बड़े स्तर पर किया हमला करार दिया।
मालूम हो कि बीते 18 सालों से अफगानिस्तान में सत्ता के लिए सरकार और तालिबान के बीच संघर्ष चल रहा है। इस बीच अमरीकी सेना ने तालिबानियों के खिलाफ अभियान चलाया, लेकिन इसके बावजूद भी समस्या का हल नहीं हुआ है। अब अफगान शांति बहाली के लिए अमरीका तालिबान के साथ बातचीत कर रहा है।
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