मीडिया रिपोर्ट के अनुसार आईएसआईएस की खुरासान शाखा के प्रमुख आतंकवादी अब्दुल्ला ओरकजई , जिसका असली नाम अब्दुल्ला फारूकी है, उसे बीते शनिवार कंधार प्रांत में राष्ट्रीय सुरक्षा निदेशालय (एनडीएस) के जटिल अभियान में 19 सहयोगियों के साथ गिरफ्तार किया गया।
एनडीएस ने बयान जारी कर कहा कि पाकिस्तान के अशांत उत्तर-पश्चिमी एजेंसी का निवासी अब्दुल्ला का पाकिस्तान के आतंकवादी समूहों के साथ निकट संबंध था। उसका हक्कानी नेटवर्क और लश्कर ए तैयबा जैसे समूहों से भी रिश्ते रहे हैं।
बयान के मुताबिक अबु सईद बाजावरी की हत्या के बाद फारूकी को अफगानिस्तान में आईएसआईएस का प्रमुख नियुक्त किया गया था। एनडीएस के अधिकारी ने बताया कि फारूकी पिछले माह काबुल में एक गुरुद्वारा पर हुए हमले का सरगना था। हमले में एक भारतीय नागरिक सहित 27 लोगों की जान चली गई थी। इस हमले में तीन आतंकियों ने प्रार्थना कर रहे श्रद्धालुओं पर अंधाधुंध गोलियां बरसाईं। इस हमले में आतंकियों ने बच्चों को भी नहीं छोड़ा। कई घंटे चली मुठभेंड में तीनों आतंकियों को मार गिराया गया।