Welcome! AI Era 2025: नया साल 2025 हमारे जीवन में बदलाव के नए दरवाजे खोलने जा रहा है। यह वर्ष हमारे जीवन को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) युग में प्रवेश कराएगा। रोजी-रोटी से लेकर मकान-दुकान तक हर जगह बदलाव का रुख दिखेगा। 2025 को टेकनोलॉजी के पुनर्जागरण का वर्ष माना जा रहा है। न सिर्फ सुख-सुविधाओं के साधन बदलने वाले हैं बल्कि पढ़ाई-लिखाई, काम-काज से लेकर इलाज और देखभाल के तरीकों में भी क्रांतिकारी बदलाव होंगे। विशेषज्ञों से बातचीत के आधार पर 25 विंदुओं में समझें कि नववर्ष में आपके लिए क्या-क्या होगा।
रूस और ब्रिटेन ने आरएनए तकनीक से कैंसर टीके विकसित किए हैं, जिनसे एआइ की मदद से पर्सनलाइज उपचार हो सकेगा। भारतीय वैज्ञानिकों ने भी सीएआर-टी सेल थेरेपी से इलाज की नई संभावना जगाई है।
2-गर्भाशय कैंसर टीकाकरण अभियानः
भारत सरकार राष्ट्रव्यापी मानव पेपिलोमावायरस (एचपीवी) टीकाकरण अभियान शुरू करेगी, जिससे गर्भाशय कैंसर का खतरा खत्म हो जाएगा। बता दें कि अब एआई का प्रयोग कर राजस्थान के जैसलमेर में आर्टिफिशियल इनसेमिनेशन यानि कृत्रिम गर्भाधान के जरिए गोडावण का चूजा पैदा किया गया। इससे जुड़ी एक विस्तृत रिपोर्ट नीचे वीडियो देखा जा सकता है।
3- दिल का जोखिम होगा कमः
मोटापा दिल के रोग का खतरा बढ़ा देती है। अमरीका में अपने तरह की पहली ऐसी दवा खोजी गई है जो वजन घटाने के साथ-साथ दिल के दौरे रोकने में 20 फायदेमंद है। यह दवा भारत में भी उपलब्ध हो सकती है।
4- जीन एडिटिंग से सिकल सेल का इलाजः
पिछले दो साल में सिकल सेल रोग के लिए जीन एडिटिंग की मदद से इलाज में सफलता मिली है। उम्मीद है कि भारत में इस तकनीक की मदद से इलाज का मार्ग प्रशस्त होगा।
5- अल्जाइमर में नई दवाओं से उम्मीदः
अल्जाइमर मस्तिष्क विकार है जो उम्र के साथ बढता है। अमरीका में पिछले दिनों प्रारंभिक अल्जाइमर रोगियों के बेहतर प्रबंधन के लिए तीन दवाओं को मंजूरी दी है। नए साल में इसका इस्तेमाल हो सकता है।
तकनीकी और नवाचार से बदलेगी शिक्षा
1- तकनीकी एकीकरणः
राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत पढ़ाने और पढ़ने में तकनीकी के इस्तेमाल पर जोर। एआइ, वर्चुअल क्लासरूम और इंटरैक्टिव सामग्री से पढ़ाई के साथ मानसिक स्वास्थ्य पर ध्यान। डिग्री से परे ज्ञान को अहमियत।
2- कौशल आधारित शिक्षाः
उद्योगों की मांग के अनुरूप स्कूली और उच्च शिक्षा में कौशल-आधारित पाठ्यक्रमों पर होगा जोर। ब्लॉकचेन, साइबर सुरक्षा और नवीकरणीय ऊर्जा जैसे क्षेत्रों में प्रशिक्षण, इंटर्नशिप और प्रमाण पत्र जैसे कोर्स।
3- हाइब्रिड लर्निंग मॉडलः
ऑनलाइन और व्यक्तिगत शिक्षा को मिलाकर हाइब्रिड लर्निंग को अपनाने में पर रहेगा जोर। शिक्षार्थियों की सुविधा और ग्रामीण व कस्बाई छात्रों तक संसाधनों के इस्तेमाल से शिक्षा की सुलभता बढ़ेगी।
4- उच्च शिक्षा का वैश्वीकरणः
भारतीय विश्वविद्यालय वैश्विक भागीदारी बढ़ाएंगे और दोहरी डिग्री कार्यक्रम शुरू किए जाएंगे। इस दिशा में आगे बढ़ने से भारतीय शिक्षा के स्तर में सुधार होगा वहीं छात्रों की वैश्विक स्थिति व दृष्टिकोण मजबूत होगा।
5- अनुसंधान और नवाचार को प्रोत्साहित करना
भारत की वैश्विक रैंकिंग को बढ़ाने के लिए, शोध पर नए सिरे से ध्यान केंद्रित किया जाएगा। नवाचार केंद्रों की स्थापना और शोध के लिए बजट बढ़ाकर भारत को ज्ञान केंद्र बनाने का प्रयास होगा।
पूरा हो सकता है घर का सपना
1- पांच लाख से ज्यादा मकान बनेंगेः
पांच लाख से अधिक नए मकान बनने की उम्मीद है। इनमें 50 फीसदी से अधिक लग्जरी हाउसिंग प्रोजेक्ट होंगे, जिनकी कीमत कम से कम एक करोड़ रुपए होगी। मकान की कीमतें 10 फीसदी बढ़ने की उम्मीद।
2- पीएम आवास योजना में 60 लाख घरः
60 लाख से अधिक मकानों का निर्माण हो सकता है पीएम आवास योजना के तहत इस साल, केंद्र सरकार ने अगले पांच साल में शहरी और ग्रामीण इलाकों में तीन करोड़ अतिरिक्त मकान के निर्माण को मंजूरी दी है।
3- होम लोन पर सब्सिडी की तैयारीः
नए साल में सरकार शहरी आवास के लिए सस्ती दरों पर लोन की सुविधा के लिए ब्याज सब्सिडी योजना लेकर आएगी, जिसकी घोषणा 2024 के आम बजट में हुई थी।
4- बिना गारंटी का होम लोनः
मिडिल क्लास आसानी से अपना मकान खरीद सकें, इसके लिए सरकार जीरो कोलैटरल यानी बिना गारंटी के 20 लाख रुपए तक का होम लोन मुहैया कराने के प्लान पर काम कर रही है।
5- एआई बनाएगा घर का नक्शाः
मकान का नक्शा और मॉडल बनाने में बड़े पैमाने पर एआई का इस्तेमाल होगा। इससे कम स्पेस में बेहतर घर और स्पेस को पूरा यूटिलाइज किया जा सकेगा। आर्किटेक्ट को देने वाली मोटी फीस की भी बचत होगी।
इमोशनल एआई इंसानों की भावनाओं को समझने में काबिल हो सकता है। इससे एलेक्सा, सिरी जैसे वॉयस असिस्टेंट सिर्फ आदेश का पालन नहीं करेंगे, बल्कि आपके सुख, दुख, गुस्से को भी समझेंगे।
2- एआई दूर करेगा विकलांगताः
एआई की मदद से ऐसा अंग विकसित होंगे जो इंसानी अंगों की तरह ही काम करेंगे। एआई की मदद से ऐसे अंग विकसित हो सकते हैं जो मस्तिष्क के संकेतों को समझ कर काम भी कर सकें।
3- बगैर इंटरनेट टिकट बुकिंगः
ऐसे एआइ चैटबॉट्स आ सकते हैं, जो इंटरनेट नहीं होने पर भी काम बखूबी कर सकेंगे। ये टिकट बुकिंग, ट्रैफिक मैनेजमेंट, कचरा प्रबंधन, बिजली सप्लाई और ऑफिस से जुड़े रूटीन काम कर सकेंगे।
4- सुविधाजनक होगी रेल यात्राः
वंदे भारत स्लीपर ट्रेन का परिचालन इस साल शुरू हो जाएगा। रेल मंत्रालय के मुताबिक 2025 में नमो भारत रैपिड रेल (वंदे मेट्रो), दो अमृत भारत एक्सप्रेस ट्रेनें और 136 वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनें शुरू होंगी।
5- तीन नई घरेलू उड़ान सेवाः
जून 2025 तक तीन नई घरेलू विमानन कंपनियां के जहाज आसमान में उड़ान भरेंगे। एयरकेरला और अलहिंद एयर के साथ यूपी की शंख एयर को नागरिक उड्डयन मंत्रालय से एनओसी मिल चुकी है।
रोजगार के खुलेंगे रास्ते
1- सरकारी नौकरियां और अवसर
केंद्र सरकार व उससे जुड़े संस्थानों में करीब दो लाख और राज्यों के स्तर पर करीब 10 लाख से ज्यादा नौकरियों की भर्ती होगी। रेलवे, सड़क और शहरी आवास की सरकारी योजनाओं में रोजगार के करीब आठ फीसदी अवसर बढ़ेंगे।
2- लॉजिस्टिक्स और सप्लाई चेन में अवसर
लॉजिस्टिक्स सेक्टर में 14% वर्कफोर्स बढ़ने का अनुमान। इसके लिए 5जी-सक्षम लॉजिस्टिक्स और ग्रीन सप्लाई चेन प्रौद्योगिकियों में अवसर मिलेंगे।
3- ई-कॉमर्स और टेक स्टार्ट-अप में उछाल
ई-कॉमर्स फर्मों के कर्मचारियों की करीब 9% बढ़ोतरी हो सकती है। क्लाउड आर्किटेक्ट, एआइ उत्पाद प्रबंधक और फुल-स्टैक डेवलपर्स जैसी प्रमुख भूमिकाओं में भर्ती हो सकती है। कंपनियाँ अपने डिजिटल इकोसिस्टम को अपडेट कर रही हैं।
4- अक्षय ऊर्जा और ईवी में मौका
अक्षय ऊर्जा और ईवी क्षेत्र में 12% भर्तियां हो सकती हैं। इसमें सौर ऊर्जा परियोजनाओं, स्मार्ट ग्रिड विकास और ईवी बुनियादी ढांचे के विकास में अवसर मिल सकता है।
5- यात्रा और आतिथ्य में अवसर बढ़ेंगे
यात्रा और आतिथ्य उद्योग वर्कफोर्स में 8.2% की वृद्धि हो सकती है। इन कंपनियों में प्रबंधन, डिजिटल परिवर्तन, परिवहन और आइटी से जुड़े लोगों के लिए रोजगार के अवसर खुलेंगे।
अंतरिक्ष में भारत की लगेगी बड़ी छलांग
1- अंतरिक्ष में जाएंगे शुभांशु शुक्लाः
इसरो उपग्रह एनवीएस-02 लांच कर अपने मिशनों का शतक लगाएगा। मानवरहित गगनयान-1 मिशन पूरा होगा। भारत के दूसरे अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला 14 दिन के लिए अंतरिक्ष में जाएंगे।
2- जनगणना से खुलेगी नई राहः
देश में 14 साल बाद जनगणना होगी। नए आंकड़ों से विकास और कल्याण की नई लक्षित योजनाएं बन सकेंगी। परिसीमन और महिला आरक्षण लागू होने का रास्ता होगा साफ। जातिगत गणना भी संभव।
3- थियेटर कमान से मजबूत होगी सुरक्षाः
थल सेना, वायु सेना और नौ सेना के संसाधन, रणनीति और नेतृत्व का एकीकृत ढांचा तैयार होने से देश की सुरक्षा होगी और मजबूत। 2025 के अंत तक बन सकती है एकीकृत कमान।
4- एक देश-एक चुनाव से होगा फायदा
एक देश-एक चुनाव विधेयक संसद से हो सकता है पारित। चुनाव प्रणाली में इस अहम बदलाव से बार-बार आचार संहिता, राजनीतिक दलों द्वारा अनावश्यक चुनावी राजनीति से बचा जा सकेगा। संसाधन भी बचेंगे।
5- वक्फ-यूसीसी पर होगा निर्णय
वक्फ की खरबों की संपत्ति के प्रबंधन और विनियमन के लिए नया वक्फ कानून आएगा। राज्यों में समान नागरिक संहिता (यूसीसी) के लिए कानून बनने की उम्मीद। गृह मंत्री अमित शाह इसका ऐलान कर चुके हैं।
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