नस्लवाद और हिंदूफोबिया पर उनका दृष्टिकोण
श्रीथानेदार भारतीय-अमेरिकी समुदाय के अधिकारों और उनके प्रति नस्लीय भेदभाव के खिलाफ मुखर रहे हैं। हाल के दिनों में, एच-1बी वीजा पर चल रही बहस और इसके खिलाफ उठ रही नकारात्मक बयानबाजी ने उन्हें एक कदम आगे बढ़कर हिन्दू फोबिया की निंदा करने वाला प्रस्ताव पेश करने के लिए प्रेरित किया। वहीं अमेरिका में भारतीय अमेरिकियों और अन्य आप्रवासियों के खिलाफ बढ़ती नफरत और भेदभाव के खिलाफ अपनी आवाज उठाई है और यह सुनिश्चित करने का प्रयास किया है कि सभी समुदायों को समान अधिकार मिले। उनकी राजनीति और कामकाजी शैली ने उन्हें भारतीय-अमेरिकी समुदाय में एक प्रभावशाली नेता बना दिया है।
आखिर कौन हैं भारतीय-अमेरिकी कांग्रेसी श्रीथानेदार
भारतीय-अमेरिकी कांग्रेसी श्रीथानेदार (Sri Thanedar) एक प्रमुख अमेरिकी राजनीतिज्ञ और व्यवसायी हैं। वह मिचिगन राज्य के 13वें Congressional District से प्रतिनिधि के रूप में चुने गए हैं। उनका जन्म 1958 में भारत के एक छोटे से शहर में हुआ था, और बाद में वह अमेरिका में बस गए। थानेदार भारतीय-अमेरिकी समुदाय के सदस्य हैं और भारतीय मूल के पहले कांग्रेसी हैं जिन्होंने मिशीगन से चुनाव जीता है।
श्रीथानेदार की शिक्षा और कैरियर
श्रीथानेदार ने भारतीय विश्वविद्यालयों से अपनी प्रारंभिक शिक्षा प्राप्त की, और बाद में अमेरिका में शिक्षा जारी रखी। उन्होंने भारत में अपनी मास्टर डिग्री के बाद अमेरिका में डॉ. डिग्री प्राप्त की। श्रीथानेदार ने भारत में अपने शुरुआती वर्षों में विज्ञान और इंजीनियरिंग में काम किया, और फिर उन्होंने अमेरिका में एक सफल व्यवसायी के रूप में पहचान बनाई। उन्होंने कई कंपनियां स्थापित कीं और सफलता प्राप्त की।
श्रीथानेदार का राजनीतिक कैरियर
श्रीथानेदार ने सन 2018 में मिशीगन के कांग्रेस चुनाव में भाग लिया और जीत हासिल की। उन्होंने मिशीगन की राज्य विधानसभा में भी अपनी भूमिका निभाई और वहां कई सामाजिक और आर्थिक मुद्दों पर काम किया। उनकी राजनीति में प्रमुख मुद्दे आव्रजन, स्वास्थ्य देखभाल, शिक्षा और भारतीय-अमेरिकी समुदाय की भलाई से जुड़े रहे हैं।
अमेरिका में भारतीयों की तादाद
अमेरिका में भारतीयों की तादाद पिछले कुछ दशकों में तेजी से बढ़ी है। 2020 की जनगणना के अनुसार, भारतीय अमेरिकी समुदाय की संख्या लगभग 4.4 मिलियन थी, जो अमेरिका की कुल जनसंख्या का लगभग 1.4% है। यह संख्या भारतीय प्रवासियों और उनके अमेरिकी नागरिक बच्चों को मिलाकर है। भारतीय-अमेरिकी समुदाय अमेरिका में सबसे तेजी से बढ़ते आप्रवासी समूहों में से एक है, और यह विविध पेशों में सक्रिय है, जैसे कि आईटी, स्वास्थ्य सेवा, शिक्षा, व्यापार और इंजीनियरिंग। भारतीय अमेरिकी समुदाय की एक महत्वपूर्ण आबादी न्यू जर्सी, कैलिफोर्निया, टेक्सास, न्यूयॉर्क और इलिनॉयस राज्यों में बसी हुई है।