सबसे ज्यादा प्रभावित इलाके
बाढ़ की वजह से सबसे ज्यादा प्रभावित हिरोशिमा प्रांत और एहाइम प्रांत में मारे गए हैं। जबकि पश्चिमी और दक्षिण-पश्चिमी जापान के फुकुओका, क्योटो, ओकायामा, गिफू, कोचि, शिगा, ह्योगो और यामागुची प्रांतों से भी लोगों के मरने की खबरें मिली हैं।
खतरा टला नहीं जापान मौसम एजेंसी ने रविवार को बताया कि एक सक्रिय मौसमी बारिश के रुख के कारण जापान के सबसे पूर्वी और पश्चिमी क्षेत्रों में मूसलाधार बारिश हो रही है। एजेंसी ने जापान के किंकी क्षेत्र में मूसलाधार बारिश के बाद बाढ़, भूस्खलन, बिजली कड़कने और अंधड़ की चेतावनी जारी की है। इस प्रांत में क्योटो, ह्योगो और ओसाका प्रांत आते हैं।
आपातकाल सेवाओं के लिए अबतक सैकड़ों कॉल इस बारे में सरकारी प्रवक्ता योशिहिदे सुगा ने जानकारी दी कि आपातकाल सेवाओं के लिए अब तक 100 से अधिक कॉल मिल चुकी हैं। इनमें कारों के बहने और मदद की गुहार जैसी सूचनाएं दी गईं हैं। हालांकि उन्होंने लापता लोगों के सटीक आंकड़ों की जानकारी नहीं दी है।
78 मौत की हुई पुष्टि जापानी समाचार एजेंसी के अनुसार, जापान के सार्वजनिक प्रसारणकर्ता एनएचके ने रविवार को बताया कि 78 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है, आठ लोग गंभीर रूप से घायल हैं और कम से कम 57 लोग लापता हैं। एनएचके ने कहा कि 78 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है, जिनमें 35 लोग भारी बारिश और भूस्खलन से मारे गए हैं।
54 हजार जवान रेस्क्यू में जुटे पुलिस, अग्निशमन दल, आत्मरक्षा बल और जापानी तटरक्षक के लगभग 54,000 जवान भारी बारिश के बाद हुए भूस्खलन और बाढ़ में फंसे लोगों की तलाश करने और उन्हें बचाने में जुटे हुए हैं। साथ ही इसमें 41 हेलीकॉप्टर भी तैनात किए गए हैं। रविवार शाम तक 15 प्रांतों के 25 लाख लोग अभी भी सुरक्षित स्थानों की ओर निकल रहे थे।
थम गई बुलेट ट्रेन की रफ्तार जापान मौसम विभाग ने बिगड़ते हालात को देखकर पश्चिम और मध्य जापान में बुलेट ट्रेनों का परिचालन रोक दिया है। बारिश से जमीन अत्यंत नम हो गई हैं, जिससे भूस्खलन संबंधी सड़क दुर्घटनाओं में बढ़ोतरी हो सकती है। जेएमए ने हयोगो, ओकायामा, गिफु फुकुओका, नागासाकी, सागा, हिरोशिमा और टोट्टोरी प्रांत में अधिकतम संभावित अलर्ट जारी किया है।