कविता की पंक्ति साझा करने से चीनी अरबपति और मितुआन ( Meituan ) के सीईओ वांग जिंग की कंपनी की नेटवर्थ में 2.5 बिलियन डॉलर यानी करीब 18,365 करोड़ रुपए की कमी आई है। आइए जानते हैं कि आखिर ऐसा क्या हुआ जो एक कविता की पंक्तियां साझा करना इस अरबपति को इतना भारी पड़ गया।
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चीन ने जनसंख्या वृद्धि रोकने में हासिल की कामयाबी, लेकिन अब सामने आया ये संकट इसलिए उठाना पड़ा नुकसानदरअसल ये कविता कविता चीन के पहले सम्राट द्वारा विरोध को कुचलने के वास्ते किए गए गलत प्रयासों के बारे में है। 42 वर्षीय वांग ‘मितुआन’ कंपनी के सीईओे भी हैं, जो ऑनलाइन-टू ऑफलाइन लोकल लाइफ सर्विस प्लेटफॉर्म है।
चीन में कई लोगों का मानना है कि उद्योगपति ने कविता के जरिए चीनी सरकार की आलोचना की है। इसे शी जिनपिंग के विरोध के रूप में देखा जा रहा है। यही वजह है कि कंपनी की नेटवर्थ में भारी गिरावट दर्ज की गई।
पोस्ट की डिलीट और दी ये सफाई
विरोध और नुकसान के चलते वांग ने उस पोस्ट को डिलीट कर दिया। साथ ही अपनी सफाई में कहा कि उनका मकसद सरकार की आलोचना नहीं था। वह तो अपने देश की अदूरदर्शिता की ओर ध्यान खींचना चाहते थे।
निवेशकों में घबराहट
जब तक यह पोस्ट हटाई गई तब तक कंपनी को बड़ा नुकसान हो चुका था. कंपनी ने हाल ही में 10 बिलियन डॉलर जुटाए थे, लेकिन उसे 2 दिन में ही मार्केट वैल्यू में 30 बिलियन डॉलर का नुकसान हो गया है। इसके पीछे वजह निवेशकों की घबराहट है।
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साल के पहले चक्रवाती तूफान ‘तौकते’ का मंडराया खतरा, आईएमडी ने इन इलाकों में जारी शंघाई कंज्यूमर काउंसिल ने बताया कि उसने उपभोक्ता अधिकारों का उल्लंघन करने का आरोप लगाते हुए, मितुआन और ई-कॉमर्स फर्म पिंडुओडुओ (Pinduoduo) को तलब किया है। इसके चलते बीते दिन मितुआन के शेयर 5.3 फीसदी गिरकर 7 महीने के निचले स्तर पर पहुंच गए।
हांगकांग में स्थित निजी इक्विटी फर्म काइयुआन कैपिटल के मुख्य निवेश अधिकारी ब्रॉक सिल्वर्स ने इस बारे में कहा कि कविता पोस्ट करने से उन्हें बाजार नियामकों से कुछ हासिल नहीं हुआ बल्कि कारोबारी वातारण के कुछ अहम चेहरे उनके खिलाफ हो गए हैं।
उन्होंने कहा कि इस भुला दी गई कविता का काफी बड़ा असर देखने को मिल सकता है। आपको बता दें वांग चुनिंदा सफल उद्योगपतियों में गिने जाते हैं। उनकी अभी भी मितुआन में करीब 11 फीसदी की हिस्सेदारी है, जिसकी कुल कीमत करीब 18.4 अरब डॉलर है।