काबुल एयरपोर्ट पर हुए आत्मघाती हमलों का जिम्मेदार इस्लामिक स्टेट (IS) से संबधित आतंकी संगठन है। इसे इस्लामिक स्टेट खोरासान ( ISIS-Khorasan ) के नाम से जाना जाता है। इसकी स्थापना छह साल पहले हुई थी। सत्ता और प्रभुत्व की लड़ाई में तालिबान को ये गुट अपना दुश्मन मानता है।
– 2012 में Khorasan इलाके में लड़ाकों ने एक गुट बनाया, ये इलाका ईरान, तुर्कमेनिस्तान, अफगानिस्तान की सीमा से सटा हुआ है
– 2014 में इस गुट का ISIS के प्रति झुकाव हुआ और वो इस्लामिक स्टेट की मुहिम में शामिल हो गए।
– 20 मॉड्यूल मौजूद वक्त में ISIS के सक्रिय हैं
– ISIS-Khurasan को सबसे खतरनाक गुट माना जाता है
– दक्षिण एशिया में खोरासान का नेटवर्क सबसे मजबूत है।
आईएसआईएस-खोरासन (ISIS-Khurasan ) ने पहले भी अफगानिस्तान में कई आतंकी हमले किए हैं। इस आतंकी संगठन ने मई में काबुल में लड़कियों के एक स्कूल पर हुए घातक विस्फोट की जिम्मेदारी ली थी, जिसमें 68 लोग मारे और 165 घायल हो गए थे।
Khurasan ने जून में ब्रिटिश-अमरीकी हालो (HALO) ट्रस्ट पर भी हमला किया था। इसमें 10 लोग मारे और 16 अन्य घायल हो गए थे।
ISIS का Khorasan गुट अफगानिस्तान में नया ठिकाना बनाना चाहता है। ISIS-K गुट का अल कायदा से गठजोड़ है, इस गुट में अल कायदा से ट्रेनिंग ले चुके लड़ाके भी शामिल हैं।