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नॉर्थ कैरोलिना के एक शख्स ने बीते सात सालों में दो बार जीता जैकपॉट, घर बैठे-बैठे रातोंरात बन गए करोड़पति इस बीच काबुल में नागरिक उड्डयन प्राधिकरण के एक अधिकारी ने इस रॉकेट हमले की अधिकारिक पुष्टि की है। तालिबान ने कंधार के बाहरी इलाके में इस हफ्ते तक लगातार हमले करे हैं। इससे यहां पर खौफ का माहौल है। विद्रोही प्रांतीय राजधानी पर कब्जा करने की कोशिश में लगे हुए हैं।
शनिवार देर रात को इस हमले में किसी की भी तरह के कोई नुकसान की खबर नहीं है। मगर हमले के बाद से सभी उड़ानों को रद्द कर दिया गया है। वहीं सूत्रों का कहना है कि हमले के पीछे तालिबान का हाथ बताया जा रहा है। ये हमला ऐसे समय हुआ है, जब तालिबान के लड़ाकों ने हेरात, लश्कर गाह और कंधार का चारों तरफ से घेराव कर लिया।
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भारतीय आर्मी और चीनी सेना PLA के बीच सिक्किम-तिब्बत में हॉटलाइन स्थापित अफगानिस्तान की सेना हो सकती है हमले की वजह गौरतलब है कि कंधार अफगानिस्तान का दूसरा सबसे बड़ा शहर माना जाता है। ये सेना के लिए काफी अहम है, क्योंकि यहां के हवाई अड्डे से इन्हें हथियार और रसद देने का भी काम किया जाता है। इसलिए तालिबान इस एयरपोर्ट पर कब्जा कर अफगान सेना को कमजोर करने के लिए इस तरह के हमले कर रहा है। बीते 2-3 हफ्तों में तालिबान ने इस इलाके में हमले बढ़ा दिए हैं।