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अनूपपुर

वर्षों बाद बनी सड़क, सात माह में ही पहले जैसे हालात, जगह-जगह गड्ढे

अनूपपुर. बिजुरी-मनेंद्रगढ़ पहुंच मार्ग का निर्माण डोला तक किया गया है। लगभग सात करोड़ रुपए की लागत से निर्मित सड़क बनने के 7 महीने बाद ही जगह-जगह से टूट कर उखडऩे लगी है। गड्ढों के कारण इस मार्ग पर आवागमन करने वाले लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। रात्रि के समय […]

अनूपपुरOct 13, 2024 / 12:16 pm

Sandeep Tiwari

अनूपपुर. बिजुरी-मनेंद्रगढ़ पहुंच मार्ग का निर्माण डोला तक किया गया है। लगभग सात करोड़ रुपए की लागत से निर्मित सड़क बनने के 7 महीने बाद ही जगह-जगह से टूट कर उखडऩे लगी है। गड्ढों के कारण इस मार्ग पर आवागमन करने वाले लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। रात्रि के समय राहगीर इन गड्ढों में गिरकर घायल हो रहे हैं। कई वर्षों की मांग के पश्चात यह सड़क स्वीकृत हुई थी। निर्माण में लापरवाही के कारण सड़क का लाभ लोगों को नहीं मिल पाया। लोगों का कहना है कि निर्माण के 7 महीने बाद ही सड़क जगह-जगह से टूट जाने के बावजूद न तो एसईसीएल और ना ही ठेकेदार इसकी मरम्मत करा रहा है। जिसके कारण डोला तथा बिजुरी के रह वासियों को आवागमन में परेशानी हो रही है। सड़क पर गड्ढे हो जाने से घर के सामने से गुजरते वाहन के कारण उनके ऊपर पानी के छीटे भी पढ़ते हैं। नगर परिषद डोला ने सड़क के गड्ढों में मुरूम डाल दिया है। बारिश होने पर मुरूम की वजह से राहगीरों का चलना भी मुश्किल हो जाता है। कई राहगीर तो गिरकर घायल भी हो जाते हैं। नगर परिषद की इस लापरवाही से भी लोगों में काफी आक्रोश है।
कांग्रेस नेता राहुल सिंह परिहार ने कहा कि जिस समय सड़क का निर्माण किया जा रहा था तभी संबंधित अधिकारियों को बताया गया था कि प्राक्कलन के विपरीत कार्य किया जा रहा है। तब हमारी बात को गंभीरता से नहीं लिया गया। निर्माण के 6 महीने के बाद ही यह सड़क दम तोडऩे लग गई है।
डोला के स्थानीय रहवासी एवं पूर्व जनपद सदस्य शारदा मरावी ने कहा कि सड़क निर्माण में काफी अनियमितता की गई जिसके कारण सड़क क्षतिग्रस्त हो गई। इसकी जांच करते हुए ठेकेदार के विरुद्ध कार्रवाई की जानी चाहिए। स्थानीय लोगों के काफी संघर्ष के बाद यह सड़क स्वीकृत हुई थी।
नगर परिषद डोला की अध्यक्ष रेनू सुरेश कोल ने कहा कि यह सड़क एसईसीएल की है। नगर परिषद को यह अधिकार नहीं है कि वह मरम्मत कर सके और ना ही इसकी एनओसी एसईसीएल के अधिकरी दे रहे हैं। यदि वह अनुमति दे दें तो नगर परिषद ही सड़क की मरम्मत करा देगी।
अभी मैं मीटिंग में हूं, इस संबंध में जानकारी लेते हुए कार्रवाई की जाएगी। ओमप्रकाश सिंह, एसओ, एसईसीएल हसदेव क्षेत्र

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