डिलिवरी के दौरान होने वाले दर्द को लेकर डर हैं दरअसल ट्रांसजेंडर विली महिला से पुरुष में ट्रासफॉर्म होने की कोशिश कर रहे थे। वह लगातार टेस्टोस्टेरोन ले रहे हैं। मगर वह इस दौरान प्रेग्नेंट हो गए। विली ने कहा है कि वे चाहते हैं कि उनको बराबर सम्मान मिले। कपल ने शुरुआत में बच्चे को अडॉप्शन के लिए देने के बारे में सोचा,लेकिन फिर फैसला बदलकर अपने होने वाले बेटे का नाम रोवान फॉक्स रखा। विली ने कहा कि डिलिवरी के दौरान होने वाले दर्द को लेकर वे डरे हुए हैं।
बेहद जरूरी मेल हार्मोन टेस्टोस्टेरोन एक बेहद जरूरी मेल हार्मोन है। हार्मोन का स्तर यौवन के दौरान बढ़ता है और युवावस्था के दौरान अधिक होता है। 30 वर्ष की उम्र के बाद किसी पुरुष के टेस्टोस्टेरोन के स्तर में हर साल गिरावट होना सामान्य है। अधिकांश पुरुषों में पर्याप्त मात्रा से अधिक ही टेस्टोस्टेरोन होता है। लेकिन कई बार ऐसा भी संभव है कि शरीर बहुत कम टेस्टोस्टेरोन का उत्पादन करने लगे। टेस्टोस्टेरोन का स्तर शरीर में प्रजनन प्रणाली और कामुकता से लेकर मांसपेशियों और बोन डेंसिटी तक सभी को प्रभावित करता है।
Read the Latest
World News on Read the Latest
World N Patrika.com. पढ़ें सबसे पहले World News in Hindi पत्रिका डॉट कॉम पर.