शहर के सदर रोड निवासी अंजनि विश्वकर्मा पति उदय शंकर विश्वकर्मा 30 वर्ष को २ दिसंबर की सुबह डिलीवरी के लिए संकल्प अस्पताल में भर्ती कराया गया था। अस्पताल संचालिका गायनोलॉजिस्ट डॉ. लता गोयल द्वारा 9 बजे सिजेरियन डिलीवरी से प्रसव कराया गया। महिला ने स्वस्थ्य पुत्र (Healthy child) को जन्म दिया।
चार चिकित्सकों की टीम की निगरानी में पीएम
मृतिका के पति उदय शंकर विश्वकर्मा का कहना है कि मौत के बाद उन्हें अस्पताल प्रबंधन (Hospital management) द्वारा गुमराह करने का प्रयास किया गया। परिजन की मांग पर गुरुवार को संयुक्त संचालक शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय, चिकित्सालय अंबिकापुर द्वारा गठित जांच समिति में शामिल मेडिकल कॉलेज के सहायक प्राध्यापक डॉ. जेपी साहू, डॉ. एसएन कुजूर, डॉ रवि सोनी, फॉरेंसिक विभाग के सहायक अध्यापक एसएन गोले की मौजूदगी में शव का पीएम कराया गया। पीएम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत का कारण स्पष्ट हो पाएगा।
नियमित कराई गई थी जांच
मृतिका अंजनि की यह तीसरी डिलीवरी थी। उसने पहली बार नॉर्मल प्रसव से बच्ची को जन्म दिया था, जिसकी उर्म दस वर्ष है। वहीं दूसरी बार ऑपरेशन द्वारा बच्ची को जन्म दिया था। जिसकी उर्म 6 वर्ष है। तीसरी बार गर्भवती होने पर परिजन द्वारा हर महीने संकल्प अस्पताल में नियमित जांच कराई जा रही थी।
सांस नली में फंस गया था पानी
पेशेंट अंजनि को बुधवार की सुबह सात बजे लाया गया था। प्रसव पीड़ा भी थी। ऑपरेशन द्वारा डिलीवरी कराई गई। इसके बाद मरीज पूरी तरह ठीक थी। दो बजे अचानक मरीज की तबियत बिगडऩे पर उसे आईसीयू में शिफ्ट कराया गया। उसे बचाने के लिए संकल्प अस्पताल के पूरे डॉक्टर्स द्वारा कोशिश की गई पर उसे बचाया नहीं जा सका। काफी कम मरीजों में इस तरह की समस्याएं आती है। सांस नली में पानी फंस जाता है।
डॉ. लता गोयल, संकल्प अस्पताल