पुलिस ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्र के एक गांव की नाबालिग बालिका ने शुुक्रवार देर शाम थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई कि उसके पिता ट्रक चालक हैं और मां दिहाड़ी मजदूरी करती है। अधिकतर दोनों गांव से बाहर रहते हैं। 29 जून को वह घर पर अपने बुजुर्ग नाना और छोटे भाई के साथ थी। घर के पीछे तबेले में बंधे पालतू पशुओं को रात करीब नौ बजे वह चारा डालने घर से बाहर आई। तभी घर के पड़ोस में रहने वाला युवक आया और पीछे से उसका मुंह दबा दिया और उसके दो अन्य साथी जबरदस्ती करने लगे। इस दौरान तीनोंं युवकों ने नाबालिग के हाथ-पैर पकड़ और मुंह दबाकर तबेले के पीछे वाले खेत में ले गए। तीनों युवकों ने उसके साथ बारी-बारी से बलात्कार किया। पुलिस ने इस मामले में कार्रवाई कर दो आरोपियों को शनिवार देर शाम गिरफ्तार कर लिया। जबकि तीसरे आरोपी को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।
निकल नहीं पाई चंगुल से नाबालिग बालिका ने तीनों आरोपियों से के चंगुल से छूटने के लिए काफी कोशिश की, लेकिन वह सफल नहीं हो पाई। इसके बाद आरोपियों ने उसके साथ गैंगरेप किया।
जान से मारने की दी धमकी बलात्कार करने के बाद तीनों आरोपी युवकों ने बालिका को धमकाया कि इसके बारे में किसी को भी बताया तो वे उसे जान से मार देंगे। पूरे गांव में बदनामी होगी और तुम्हारे परिवार को गांव से बाहर निकलवा देंगे और वहां से चलेे गए।
हिम्मत कर परिजनों को बताई आपबीती पीडि़ता बालिका ने हिम्मत कर अपने घर वालों को इस पूरी घटना के बारे में विस्तार से बताया। इसके बाद परिजन पीडि़ता को लेकर शुक्रवार देर शाम पुलिस थाने पहुंच और नामजद पड़ोसी व उसके दो अन्य साथियों के खिलाफ मामला दर्ज कराया। मामले की जांच सीओ ओमप्रकाश मीणा कर रहे हैं।
एसपी पहुंची मौके पर अलवर पुलिस अधीक्षक तेजस्विनी गौतम शनिवार शाम मौके पर पहुंची और घटना की जानकारी ली। एसपी गौतम ने पीडि़त परिजनों से भी मुलाकात की।