यहां उन्हें महज 5 वोट ही मिल पाए। इसके अलावा बूजाका बूथ संख्या एक पर 8, ईसन का बास बूथ संख्या 10 पर 43, बरामदा बूथ संख्या 28 पर 15, मूनपुर करमला बूथ संख्या 44 पर 35, रसूलपुर बूथ संख्या 64 पर 48, कोटा खुर्द बूथ संख्या 67 पर 12, बाड़ी पोखर बूथ संख्या 74 पर 28, मंदू का बास बूथ संख्या 75 पर 19, ठेगी का बास बूथ संख्या 77 पर 17, मन्दरू का बास बूथ संख्या 80 पर 32, पिपरोली बूथ संख्या 85 पर 29 तथा बूथ संख्या 86 पर 39, निवाली बूथ संख्या 103 पर 12, लाडपुर बूथ संख्या 144 पर 37, लोहरवाडी बूथ संख्या 158 पर 39, छांगलकी बूथ संख्या 213 पर 32 वोट ही प्राप्त हुए।
कांग्रेस भी कई बूथों पर पिछड़ी
इसी प्रकार कांग्रेस के आर्यन जुबेर को भी शेखपुर बूथ संख्या 25 पर केवल 5 वोटों से सब्र करना पड़ा। साथ ही उन्हे नाखनौल बूथ संख्या 8 में 30, खोहर बूथ संख्या 31 में 26, टोडली बूथ संख्या 66 में 8, बिलासपुर बूथ संख्या 131 में 49, डोली बूथ संख्या 135 में 23, सैथली बूथ संख्या 139 में 31, खुटेंटा खुर्द बूथ संख्या 187 में 14, खेडली विरान बूथ संख्या 207 में 21, महलकपुर बूथ संख्या 209 में 42, बीदुका बूथ संख्या 236 में 48, तालड़ा बूथ संख्या 237 में 37, खेडा महमूद बूथ संख्या 252 में 43, चिमरावडा बूथ संख्या 258 में 22 वोट ही प्राप्त हुए।
इन बूथ पर सर्वाधिक वोट
कांग्रेस प्रत्याशी आर्यन को बूथ संख्या एक पर 1007 वोट मिले हैं। जबकि सुखवंत को बूथ संख्या 232 पर सर्वाधिक 931 वोट मिले। सुखवंत को 138 और आर्यन को 116 पोस्टल वोट मिले। इस दौरान 78 वोट रिजेक्ट भी किए गए। रामगढ़ चुनाव में भले ही भाजपा 13 हजार वोटों से जीत गई हो, लेकिन कमजोर बूथों की समीक्षा किए जाने की तैयारी चल रही है ताकि भविष्य के चुनाव में यह बाधा नहीं बन पाएं। वहीं, कांग्रेस भी अपनी हार की समीक्षा में जुट गई है। इस बार दोनों ही पार्टियों के प्रत्याशियों ने अपना-अपना रेकॉर्ड तोड़ा है।
उपचुनाव 284 सीटों पर हुआ था, जिसमें 46 बूथ कस्बाई थे। यहां भाजपा को बढ़त भी मिली और कुछ बूथों पर कमजोर भी रही। वह इसलिए, वोटिंग प्रतिशत वहां कम हुआ था। ग्रामीण इलाकों के बूथों पर कांग्रेस को काफी बल मिला। गांव के बूथों पर लोकसभा चुनाव में भी भाजपा को वोट कम हासिल हुए थे। ऐसे में पार्टी गांवों में अपना जनाधार बढ़ाने की तैयारी कर रही है। भाजपा जिलाध्यक्ष अशोक गुप्ता का कहना है कि पार्टी ने अच्छी जीत रामगढ़ से पाई है, फिर भी जिन बूथों पर हमें कम वोट मिले, उन्हें मजबूत करेंगे। जनता ने पार्टी का खूब साथ दिया है।