चुनावी रंजिश को लेकर हेमराज पासवान के भाई फौजदार पुत्र रज्जू पासवान की दस साल पहले हत्या हुई थी। जानकारी के मुताबिक उसरौली गांव के करीब गोली मारकर कर हत्याकांड को अंजाम दिया गया था।हेमराज पासवान सरायमीर विधानसभा क्षेत्र से कई बार सपा के टिकट पर चुनाव लड़ चुके हैं। हत्याकाण्ड का मुकदमा लालता प्रसाद पासवान ने 27 नवंबर 2010 को आजमगढ़ के सरायमीर थाने में मुकदमा दर्ज कराया था। जिसमे कहा गया था कि वह अपने कमलापुर गांव से सुबह बाइक से सरायमीर बाजार जा रहे थे। बाइक पर पीछे उनके भाई फौजदार और महेंद्र बैठे थे। जैसे ही तीनों इसरोली बस्ती पहुंचे हीरालाल गौतम और शिवकुमार और एक अन्य व्यक्ति ने उन्हें रोक लिया ।शिव कुमार आदि ने अपने असलहे से फौजदार को गोली मार दी। जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई। 10 साल पुराने हत्याकांड मामले में बसपा सरकार में मंत्री रहे हीरालाल समेत तीन को सजा के दौरान उनके समर्थकों की भीड़ जमा रही।