सीओ (अतरौली) एसपी सिंह के मुताबिक घटना 13 नवंबर को गोधा थाना क्षेत्र के अलीगढ़ के कल्याणपुर गांव में हुई। मुकेश के भाई द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के आधार पर संदिग्धों पर आईपीसी की धारा 147 (दंगा), 364 (अपहरण) और 342 (गलत तरीके से बंधक बनाना) के तहत मामला दर्ज किया गया है। सीओ ने कहा कि शव मिलने के बाद धारा 302 (हत्या) जोड़ी जाएगी।
मुकेश सिंह के बड़े भाई देवेंद्र सिंह ने संवाददाताओं को बताया कि उनका भाई 12 नवंबर को मथुरा आने के बहाने बुलंदशहर स्थित अपने घर से निकला था, लेकिन उसके कॉल रिकॉर्ड से पता चलता है कि वह अलीगढ़ में ही था। देवेंद्र ने कहा कि अगले दिन 13 नवंबर को रात करीब नौ बजे हमें उसका फोन आया और उसने हमें बताया कि उसके बहनोई हेमंत ने उसे एक कमरे में बंद कर दिया है और उसने हमसे उसे बचाने का अनुरोध किया था। मुकेश ने कुछ मिनट बाद फिर फोन किया और कहा कि हेमंत की नीयत ठीक नहीं है। पीड़िता के भाई ने कहा कि उसके बाद उसका फोन स्विच ऑफ हो गया।
पुलिस ने कहा कि पूछताछ के दौरान हेमंत ने मुकेश की गला दबाकर हत्या करने की बात कबूल की और यह भी खुलासा किया कि उसने शव को नदी में फेंक दिया था। हेमंत ने पुलिस को बताया कि उन्हें सूचना मिली थी कि मुकेश अपने भाई के घर गया था, जहां उसकी पत्नी अकेली रहती है, क्योंकि उसका पति छत्तीसगढ़ में सीआरपीएफ की ड्यूटी पर तैनात है। हेमंत ने अपना आपा खो दिया और उसे घर के अंदर देखने के बाद, उसने कथित तौर पर उसकी हत्या कर दी और अपने भाई की पत्नी को उसके माता-पिता के घर मध्य प्रदेश के भिंड भेज दिया।