इसके बाद बुधवार को को त्रिवेणी का गेज फिर से बढ़ गया। उसकी वजह भीलवाड़ा व चित्तौडग़ढ़ जिले में बारिश होना है। बांध के चार गेट खोलकर करीब 72 हजार क्यूसेक पानी की निकासी प्रति घंटे की जा रही थी। मंगलवार को दिन में बांध के दो गेट खुले हुए थे, लेकिन आधी रात बाद एक गेट और खोला गया। बुधवार सुबह त्रिवेणी के पानी का गेज बढऩे पर बांध प्रशासन ने एक गेट और खोलने का निर्णय किया।
गेट नं. 11 को खोलकर निकासी बढ़ाई बांध के सहायक अभियंता मनीष बंसल ने बताया कि बांध के गेट नम्बर 8,9,10 व 11 को तीन-तीन मीटर खोलकर बनास नदी में पानी की निकासी की जा रही है। बुधवार सुबह तक बांध के तीन गेट खोल कर 18 हजार क्यूसेक पानी की निकासी की जा रही थी, लेकिन जलग्रहण क्षेत्र में अच्छी बरसात के बनास नदी के त्रिवेणी पर करीब दिन में 12 से 4 बजे तक गेज 4 मीटर करीब चल रहा था जो शाम को 0.30 सेंटीमीटर घटकर 3.70 मीटर रह गया। बुधवार को 11 बजे करीब गेट नंबर 11 को खोलकर पानी की निकासी और बढ़ाई गई।
बांध के जल ग्रहण क्षेत्र गंभीरी बांध के सात गेट खोल कर पानी की निकासी की जा रही है। यह पानी बीसलपुर बांध में समा रहा है। कंट्रोल रूम के अनुसार देवली में 17 एमएम बरसात दर्ज की गई, वहीं बांध से जलग्रहण क्षेत्र से जुड़ी डाई एवं खारी नदी से भी अच्छी पानी की आवक हो रही है। बुधवार को बांध में पानी की आवक घटने बढऩे का क्रम चल रहा है। बीसलपुर बांध का जलस्तर 315.50 आरएल मीटर स्थिर बना हुआ है।
त्रिवेणी उफान पर बांध की सहायक नदी त्रिवेणी का गेज बुधवार सुबह 3.60 मीटर था। जो दोपहर बाद तक बढक़र 4 मीटर हो गया। शाम को त्रिवेणी का गेज घटकर 3.70 मीटर रह गया। बांध में डाई व खारी नदी के भी उफान पर चलने से पानी की आवक जारी है।
नहरों में 95 क्यूसेक पानी की निकासी टोंक जिले के टोडारायसिंह तहसील क्षेत्र के कई गांवों में सूखे जलाशयों में बांध की बांयी नहर से 95 क्यूसेक पानी छोडक़र भरा जा रहा है। इससे भूजल स्तर बढ़ेगा। बांध के पानी से अब तक करीब आधा दर्जन जलाशय भर चुके हैं।