आरोप है कि लक्ष्मीराज ने उससे सत्यापन रिपोर्ट के बदले में 20 हजार रुपए की रिश्वत मांगी थी। मामले में दोनों के बीच 16 हजार रुपए पर सहमति हो गई थी। आरोपी लक्ष्मीराज ने परिवादी को रिश्वत की राशि लेकर अपने गांव रामठरा बुलाया था। शनिवार को परिवादी गुरुचरण ने जैसे ही आरोपी को रुपए सौंपे। तभी एसीबी की टीम ने आकर उसे दबोच लिया। इससे पहले उसने घूस की रकम लेकर एक नोटबुक में रख ली। तभी एसीबी टीम ने जाकर पकड़ लिया। अमरसिंह ने बताया कि बाद में आरोपी को सपोटरा थाने पर ले आए। वहां आरोपी से पूछताछ और परिवादी के बयानों की औपचारिकता की गई। रिश्वत की राशि को सीलबंद कर दिया गया।