उपनिरीक्षक रामचन्द्र कुमावत ने बताया कि लोहाखान निवासी पीडि़ता नगमा ने शिकायत दी कि रविवार को महिला थाने में उसे और उसके शौहर सद्दाम खान को समझाइश के लिए बुलाया गया। काउंसलिंग के बाद थाने से बाहर आते ही सद्दाम ने उसको तीन तलाक दे दिया। नगमा ने बताया कि वर्ष 2015 में उसका निकाह दिल्ली निवासी सद्दाम से हुआ था। निकाह के बाद से उसे पति, ससुराल पक्ष के लोग आए दिन दहेज के लिए प्रताडि़त देने लगे। नगमा दो साल से पीहर में रह रही थी लेकिन सद्दाम और उसका परिवार उसको लेने नहीं आया। ऐसे में उसने महिला थाने में शिकायत दी। शिकायत पर महिला थाना पुलिस ने सद्दाम और उसके परिजन को बुलाया। समझाइश के बाद उसने झगड़ा करते हुए तीन तलाक दे दिया। इधर पुलिस कार्रवाई की भनक लगते ही सद्दाम और उसके परिजन रफूचक्कर हो गए।
नाम बदलकर रचाई दूसरी शादी! नगमा ने बताया कि 6 माह पहले उसके जन्मदिन पर पूजा आर्य नाम की लड़की ने कॉल किया। उसने सद्दाम से शादी करने का दावा किया। पूजा ने उसको दिल्ली में अखिल भारत हिन्दू महासभा मंदिर में की गई शादी का प्रमाण-पत्र भी भेजा। पूजा ने दावा किया कि सद्दाम ने राजा (नाम बदलकर) नाम से आर्य समाज में शादी रचाई। पूजा ने उनकी शादी के फोटोग्राफ भी भेजे।
‘नहीं दिया तीन तलाकÓ इधर, सद्दाम का कहना है कि उसने दूसरी शादी नहीं की है न उसने तीन तलाक दिया। जिस लड़की के फोटो दिखाए जा रहे हैं वह उसके साले की दोस्त है। वह अपनी बीवी को लेने आया था यहां महिला थाने में समझाइश के दौरान भी ससुराल वालों ने विवाद खड़ा कर दिया। वह अपनी बीवी नगमा को ले जाना चाहता है।