कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जगदीश वर्मा सहित दो अन्य लोगों के खिलाफ मारपीट और बंधक बनाने की गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज हुआ है। आरोप ये है कि कांग्रेस नेता जगदीश वर्मा ने शाहगंज के केदार नगर निवासी जगदीश कुमार को 2016 में दस लाख रुपए उधार दिए थे। जगदीश कुमार का कहना है ये रकम उसने व्यापार करने के लिये ली थी। उसने ब्याज सहित 16 लाख रुपया चुका दिया। इसके बाद भी उधारी की रकम बकाया रह गई थी।
पीड़ित जगदीश कुमार ने बताया कि 26 अप्रैल को सिविल लाइंस स्थित ग्रामीण बैंक के पास से जब वह एक्टिवा से जा रहा था, तो कांग्रेस नेता ने किसी बहाने से अपने साथ घर ले गया। घर पर उसे तीन दिन तक बंधक बनाकर की मारपीट की गई। उसने कई बार भागने की कोशिश की, लेकिन हर बार असफल हुआ। उसने किसी तरह मदद की गुहार लिखकर घर की खिड़की से पर्ची नीचे फेंकी, जिसे किसी राहगीर ने देख लिया और पुलिस को सूचित कर दिया।
बताया गया है कि पीड़ित को पुलिस ने कांग्रेस नेता के चंगुल से मुक्त कराया। इस मामले में 30 अप्रैल को जगदीश कुमार ने एसपी सिटी प्रशांत कुमार को शिकायती पत्र दिया। शिकायत पत्र को संज्ञान में लेकर एसपी सिटी ने सीओ कोतवाली अब्दुल कादिर को जांच के आदेश दिए। तब से अब जाकर जांच पूरी हो सकी है। मंगलवार को थाना हरीपर्वत में मामले में मारपीट, बंधक बनाना और गाली गलौज की धारा में मुकदमा दर्ज किया गया है।
वहीं कांग्रेस नेता जगदीश वर्मा ने बताया कि ये मामला लेनदेन का है। जगदीश कुमार पर 27 लाख रुपये उधार हैं। अब उसकी नियत बिगड़ गई है। जगदीश कुमार के उनके पास चैक भी हैं, जिन्हें लेकर उन्होंने न्यायालय में मामला डाला गया है। उन्होंने बताया कि उन्हें जान का खतरा है।