तेज तर्रार अधिकारी की छवि रखने वाले आईपीएस अमित पाठक को आगरा की सितंबर 2017 में जब कमान मिली, तो पुलिसिंग में परिवर्तन नजर आने लगा। नए नए प्रयोगों के साथ एसएसपी ने पुलिसिंग में ही परिर्वन नहीं किया, बल्कि वे आगरा में जमकर चर्चा में रहे। खास बात ये रही, कि एसएसपी के साथ उनकी लाल बुलेट भी चर्चा में छाई रही। ताजमहल के आस पास के ऐरिया में लपकों और अतिक्रमणकारियों का हाल जानने के लिए एसएसपी सादा कपड़ों में अपनी लाल बुलेट से अचानक पहुंचे। इसके बाद एत्मादौला क्षेत्र में जाम की समस्या को देखने के लिए भी एसएसपी ने यही कदम उठाया। शहर में चलने वाले ओपन बार भी एसएसपी अमित पाठक लाल बुलेट से सादा कपड़ों में पहुंचे। इन सभी मामलों में पुलिस को एसएसपी आगरा की फटकार खानी पड़ी।
इतना ही नहीं लाल बुलेट जब पहचान बनी, तो एसएसपी ने पुलिसिंग की हकीकत जानने के लिये इस बार साइकिल की सवारी शुरू कर दी। अपने बंगले से साइकिल पर सवार होकर एसएसपी ने सुबह के समय शहर की सड़कों का भ्रमण किया। मॉल रोड पर चलने वाली अवैध ट्रैक्टर मंडी पहुंचे तो वहीं अतिक्रमणकारियों पर भी एसएसपी आगरा ने सख्त कार्रवाई की।
वर्ष 2007 बैच के आईपीएस अधिकारी अमित पाठक तेज तर्रार छवि रखते हैं। एसएसपी विशेष कार्य बल यानि एसटीएफ में तीन साल के कार्यकाल के दौरान उन्होंने कई सनसनीखेज घटनाओं का पर्दाफाश किया है। इनमें सोशल मीडिया में सबसे बड़े 3700 करोड़ रुपये के घोटाले का पर्दाफाश कर आरोपियों को गिरफ्तार किया। उनसे 650 करोड़ रुपये की बरामदगी की। इसे इतिहास की अब तक की सबसे बड़ी बरामदगी माना गया है।