लेकिन बिजली गिरने के बाद जब लोगों ने मंदिर में जाकर देखा तो मंदिर पूरी तरह से सुरक्षित था केवल मां बंग्लामुखी मुख्यमंदिर के गर्भ गृह में छत पर लगाए गए कांच नीचे गिर गए। बाकी पूरा मंदिर पूरी तरह से सुरक्षित था। मंदिर के गर्भ गृह में दो माह पहले ये कांच लगाए गए थे। बताया जा रहा है कि हादसे के समय मंदिर में श्रद्धालु भी थे, लेकिन किसी भी इतनी बड़ी घटना में चोट नहीं आई है और न ही मंदिर को किसी प्रकार का नुकसान नहीं हुआ। भक्त इसे मां का चमत्कार बता रहे हैं।
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बताया जा रहा है कि बिजली गिरने के बाद पुजारी के साथ कुछ श्रद्धालुओं भी गर्भ गृह में नुकसान देखने पहुंचे थे लेकिन मंदिर की छत पर किसी प्रकार का कोई निशान नहीं मिला है। कुछ लोगों का कहना है कि बिजली मंदिर के आसपास कहीं गिरी होगी इसलिए बिजली गिरने से जो कंपन्न हुआ उसकी वजह से ही गर्भ गृह के कांच टुटकर गिरे होंगे।
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नलखेड़ा मंदिर की ख्याति के चलते देश प्रदेश से प्रतिदिन बड़ी संख्या में श्रद्धालु आते हैं। इनमें देश के बड़े राजनेता भी शामिल हैं। मां बंग्लामुखी को राजसत्ता की देवी भी माना जाता है।