कैसे काम करता है?
अमेरिकी कंपनी लॉकहीड मार्टिन के बनाए थाड सिस्टम में ट्रक-माउंटेड लॉन्चर होते है, जिनमें से प्रत्येक में आठ इंटरसेप्टर होते हैं। यह उड़ान के अंतिम चरण में बैलिस्टिक मिसाइलों (Ballistic Missile) को जमीन पर गिरने से रोकता है, जिसे टर्मिनल फेज कहा जाता है। प्रत्येक लॉन्चर को फिर से लोड करने में लगभग 30 मिनट लगते हैं। यह मिसाइलों को विस्फोट करने की बजाय अपनी गति से उन्हें तोड़ता है।
किन चीजों से बना हैं?
थाड मुख्य रूप से चार चीजों से बना है, जिसमें इंटरसेप्टर, लॉन्च वीकल, रडार और फायर कंट्रोल सिस्टम शामिल है। इंटरसेप्टर एक मिसाइल है जो सामने से आ रही मिसाइलों को टक्कर के बल से नष्ट कर देता है। इंटरसेप्टर के लिए लॉन्च वीकल का उपयोग होता है और रडार 870 से 3,000 किमी की दूरी से खतरों को ट्रैक करता है। फायर कंट्रोल सिस्टम इंटरसेप्टर की लॉन्चिंग व टारगेटिंग में समन्वय बैठाता है।
उपयोग में कितना खर्च?
थाड का उपयोग करना न सिर्फ काफी महंगा है बल्कि इसे सिर्फ प्रशिक्षित अमरीकी सैनिक ही इस्तेमाल कर सकते है। यूरोपियन सिक्योरिटी एंड डिफेंस के एक लेख के अनुसार, इसकी एक बैटरी की कीमत लगभग 2.5 अरब यूएस डॉलर है। हालांकि, इजरायल के पास पहले से एयर डिफेंस सिस्टम मौजूद है, लेकिन थाड के उसमें जुड़ जाने से वह काफी मजबूत हो जाएगा। अमरीका के पास कुल 7 थाड है जो दुनिया के अलग अलग संघर्ष क्षेत्रों में तैनात है।
इजरायल को ही क्यों?
यूक्रेन लंबे समय से रूस के खिलाफ जंग में थाड की मांग कर रहा है, लेकिन उसे मना कर दिया गया है। वहीं, इजरायल को अमरीका मध्य-पूर्व में एक महत्वपूर्ण सहयोगी की तरह देखता है। साल 2016 में तत्कालीन ओबामा सरकार ने दस सालों तक इजरायल को अपनी सैन्य और मिसाइल रक्षा प्रणालियों के लिए प्रतिवर्ष 3.8 अरब डॉलर देने का एमओयू किया था। वर्ष 1950 से 2020 के बीच इजरायल के 80% से अधिक हथियार आयात अमरीका से हुए है।