कौन हैं तुलसी गबार्ड
तुलसी गबार्ड ने 20 सालों तक अमेरिकी सेना की शाखा नेशनल गार्ड में काम किया है। इस दौरान वो इराक और कुवैत में भी तैनात रही हैं। उन्होंने हाउस होमलैंड सिक्योरिटी कमेटी में भी काम किया है। दो साल का अनुभव है। डोनाल्ड ट्रंप ने तुलसी गबार्ड को राष्ट्रीय खुफिया निदेशक की जिम्मेदारी दे दी है। ट्रंप ने उन्हें निडर रिपब्लिकन बताया है।
भारतीय नहीं हिंदू हैं तुलसी गबार्ड
आपको बता दें कि तुलसी गबार्ड भारतीय नहीं है बल्कि वो हिंदू हैं। उनके नाम से अक्सर उन्हें भारतीय समझ लिया जाता है। तुलसी गबार्ड अमेरिकी समोआ मूल की हैं। उनकी मां ने हिंदू धर्म अपनाया था और अपने सभी बच्चों के नाम हिंदू धर्म के अनुसार रखे थे। तुलसी गबार्ड कई बार खुले मंचों से खुद को हिंदू बता चुकी हैं और दुनिया भर में रह रहे हिंदुओं की पैरवी करती हैं। वे अक्सर पाकिस्तान, बांग्लादेश जैसे देशों में हिंदुओं के खिलाफ हो रहे अत्याचारों पर खुलकर बोलती हैं और हिंदू सुरक्षा का मुद्दा उठाती हैं। ऐसे में तुलसी गबार्ड को भारत में काफी पसंद किया जता है। तुलसी गबार्ड ने अपनी नियुक्ति के समय भगवद् गीता पर हाथ रखकर पद की शपथ भी ली थी।
कितनी है नेटवर्थ
सेलिब्रिटी नेट वर्थ की रिपोर्ट के मुताबिक तुलसी गबार्ड की कुल संपत्ति लगभग 1 मिलियन डॉलर है। ये आंकड़ा एक कांग्रेस सदस्य के रूप में उनके वेतन, सैन्य वेतन और दूसरे क्षेत्रों में निवेश से लिया गय़ा है। हालांकि, 2020 के राष्ट्रपति चुनाव के दौरान, जब वे भी अमेरिकी प्रतिनिधि के रूप में काम कर रही थीं, तो उनके वित्तीय खुलासे से पता चला कि उनकी कुल संपत्ति 508,992 डॉलर से 580,999 डॉलर के बीच है। अमेरिकी प्रतिनिधि के तौर पर सेवा करते हुए उन्होंने अपनी आखिरी वित्तीय दशा बताई थी। जिसके मुताबिक गबार्ड ने 506,008 और 1,091,000 डॉलर के बीच मूल्य की संपत्ति और 510,001 डॉलर और 1,015,000 डॉलक के बीच देनदारियों हैं।