मरने वालों की संख्या हुई 100
सूडान में आर्मी और पैरामिलिट्री रैपिड सपोर्ट फोर्सेज़ के बीच चल रही इस खूनी जंग की कीमत लोगों को अपनी जान देकर चुकानी पड़ रही है। इस जंग के चलते अब तक सूडान में करीब 100 लोगों की मौत हो चुकी है। इनमें UN वर्ल्ड फूड प्रोग्राम के सूडान में स्टाफ के तीन सदस्य भी शामिल हैं। खूनी जंग के चलते अब तक घायलों की संख्या इससे ज़्यादा है। रिपोर्ट के अनुसार मरने वालों और घायलों की संख्या अभी और बढ़ सकती है। देश की राजधानी खार्तूम (Khartoum) में आज, सोमवार, 17 अप्रैल को भी बम के धमाकों और गोलीबारी का सिलसिला जारी है। सूडान में इस हिंसा से सिविल वॉर की स्थिति पैदा हो गई है।
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जंग की वजहसूडान में आर्मी और पैरामिलिट्री रैपिड सपोर्ट फोर्सेज़ के बीच जंग का कारण है देश की पैरामिलिट्री रैपिड सपोर्ट फोर्सेज़ की एक मांग। दरअसल रैपिड सपोर्ट फोर्सेज़ चाहती है कि उन्हें देश की आर्मी में शामिल किया जाए और आर्मी का दर्जा दिया जाए। पर सूडान की आर्मी इसके खिलाफ है। इसी वजह से दोनों पक्षों के बीच खूनी जंग चल रही है। दोनों ही पक्ष एक-दूसरे के ठिकानों पर भी लगातार हमला कर रहे हैं।