कौन है तालेब, क्या चाहता है?
द गार्जिएन की रिपोर्ट के मुताबिक सऊदी अरब के रहने वाला 50 साल का तालेब एक मनोचिकित्सक है। तालेब 2006 से सऊदी अरब छोड़ जर्मनी में स्थाई वीज़ा पर रहने लग गया था। साल 2016 में उसे जर्मनी ने शरणार्थी का दर्जा दे दिया। तालेब का जन्म सऊदी अरब के होफुफ में साल 1974 में हुआ था। वो पहले एक मुसलमान था लेकिन वो अपने विचारों से नास्तिक था, उसे इस्लाम धर्म से नफरत सी थी। लेकिन सऊदी अरब में धार्मिक कट्टरता के चलते वो इसे जाहिर नहीं करता था। इसी वजह से से वो सऊदी अरब छोड़ जर्मनी में रहने लग गया था।
गैर मुस्लिमों की करता था मदद
जर्मनी में आने के बाद तालेब ने we are Saudies नाम की एक वेबसाइट बनाई। इस वेबसाइट से तालेब उन लोगों की मदद करता था जो गैर मुसलमान थे और गल्फ कंट्री छोड़कर दूसरे देश जाना चाहते थे। तालेब उन्हें मदद देता था। वहीं सऊदी अरब में तालेब पर आतंकवाद में शामिल होने और मिडिल ईस्ट से यूरोप में लड़कियों की तस्करी का आरोप लगा हुआ है। सऊदी अरब में इस तरह के आरोप के बावजूद जर्मनी ने उसे स्थाई वीज़ा दे दिया और सऊदी अरब को भी नहीं सौंपा।
भीड़ को रौंदता चली गई कार
2 लोगों की हुई है मौत सऊदी अरब के इस डॉक्टर ने जर्मनी में बीते शुक्रवार शाम 7 बजे के आस-पास एक भीषण हत्याकांड को अंजाम दिया। जर्मनी मैगडेबर्ग में क्रिसमस में मार्केट में भीड़ पर इस डॉक्टर ने अपनी कार दौड़ा दी और लोगों को रौंदता चला गया। इस विभत्स घटना में 2 लोगों की मौत हो गई वहीं 68 लोग घायल हो गए।