भारत में चुनाव जीत कर और ताकतवर हुए मोदी
भारत में प्रधानमंत्री
नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में एनडीए ने शानदार जीत हासिल की और कुल 303 सीटों पर विजय प्राप्त की, जिसमें भा.ज.पा. ने अकेले 240 सीटें जीतीं। इस जीत से मोदी लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री बन कर और ताकतवर हुए, जिससे वे जवाहरलाल नेहरू के बाद तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने वाले दूसरे भारतीय नेता बने । उनकी इस जीत ने भारत की वैश्विक ताकत को और मजबूत किया।
अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप दूसरी बार राष्ट्रपति बने
अमेरिका में 2024 के राष्ट्रपति चुनाव 5 नवंबर को हुए। डोनाल्ड ट्रंप (रिपब्लिकन) ने एक ऐतिहासिक जीत हासिल की, और कमला हैरिस (डेमोक्रेट) को हरा कर सात स्विंग स्टेट्स में सफलता पाई। वे 20 जनवरी 2025 को अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ लेंगे। ये चुनाव बहुत नाटकीय और खतरनाक रहे। पहले राष्ट्रपति जो बाइडन राष्ट्रपति चुनाव की डिबेट में खराब प्रदर्शन और थकान के कारण मैदान से हट कर
इस दौड़ से बाहर आए। बाद में उप राष्ट्रपति कमला हैरिस मैदान में आईं। कमला हैरिस जीतने के एकदम नजदीक रहीं और डिबेट के दौरान डोनाल्ड ट्रंप उनसे उन्नीस ही रहे। डोनाल्ड ट्रंप पर दो बार हमला हुआ और आखिर वे जीत गए।
पुतिन पांचवीं बार रूस के राष्ट्रपति बने
रूस में अप्रेल 2024 में व्लादिमिर पुतिन को रूस के राष्ट्रपति के रूप में पांचवीं बार चुना गया, जबकि रूस-यूक्रेन युद्ध अब तक जारी है। पुतिन ने 87% से अधिक वोट प्राप्त किए और वे अगले 6 वर्षों के लिए सत्ता में बने रहे, यानी उनका शासन 2030 तक रहेगा। इस साल पुतिन अपनी दबंगई के लिए चर्चित रहे। वे
कभी यूक्रेन के साथ युद्ध तो कभी अपने बयानों के कारण सुर्खियों में रहे।
सुनक की हार और कीर की जीत का साल
ब्रिटेन में 4 जुलाई 2024 को हुए सामान्य चुनाव में लेबर पार्टी ने कीर स्टार्मर के नेतृत्व मेंऐतिहासिक जीत हासिल की और 410 सीटें जीतीं, जबकि भारतवंशी ऋषि सुनक की कंजरवेटिव पार्टी को भारी हार का सामना करना पड़ा। कीर स्टार्मर नए प्रधानमंत्री बने। भारतवंशियों के लिए यह बहुत दुखद रहा।
बांग्लादेश में सत्ता से बाहर हुईं हसीना
बांग्लादेश में जनवरी 2024 के चुनावों में शेख हसीना ने शानदार जीत हासिल की, उन्होंने 300 सीटों में से 222 सीटें जीतीं। लेकिन अगस्त 2024 में छात्र आंदोलनों के कारण उन्हें सत्ता से बेदखल कर दिया गया।
पाकिस्तान में दूसरी बार प्रधानमंत्री बने शहबाज़ शरीफ़
पाकिस्तान में 8 फरवरी 2024 को आम चुनाव हुए। पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (PML-N) ने 75 सीटें जीतीं और सरकार बनाई, जबकि इमरान खान को चुनाव लड़ने की अनुमति नहीं मिली, लेकिन उनके समर्थक 100 सीटों पर जीत हासिल करने में सफल रहे। इसके बाद शहबाज़ शरीफ़ ने दूसरी बार पाकिस्तान के प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली।
श्रीलंका में अनुरा कुमार दिसानायके की जीत
श्रीलंका में 21 सितंबर 2024 को हुए राष्ट्रपति चुनाव में वामपंथी नेता अनुरा कुमार दिसानायके ने जीत हासिल की, और नेशनल पीपुल्स पावर (NPP) पार्टी ने संसद में 123 सीटें जीत कर बहुमत हासिल किया।
दक्षिण अफ्रीका में नेशनल कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी
दक्षिण अफ्रीका में 29 मई 2024 को हुए नेशनल असेंबली के चुनाव में सत्तारूढ़ अफ्रीकी नेशनल कांग्रेस (ANC) को संसद में बहुमत खोने का सामना करना पड़ा, हालांकि वह सबसे बड़ी पार्टी बनी रही।
जापान में शिगेरू इशिबा को नहीं मिला बहुमत
जापान में 27 अक्टूबर 2024 को सामान्य चुनाव हुए। प्रधानमंत्री शिगेरू इशिबा की लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी (LDP) को बहुमत नहीं मिला। उनके गठबंधन ने 215 सीटें जीतीं, जबकि मुख्य विपक्षी संवैधानिक डेमोक्रेटिक पार्टी को 148 सीटें मिलीं।
फ्रांस में कोई भी पार्टी बहुमत तक नहीं पहुंची
फ्रांस में 2024 के आम चुनाव जुलाई में हुए। इसमें न्यू पॉपुलर फ्रंट (वामपंथी गठबंधन) ने 188 सीटें जीत कर सफलता पाई, जबकि राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों का मध्यमार्गी गठबंधन 161 सीटों तक सीमित रह गया। कोई भी पार्टी 289 सीटों के बहुमत तक नहीं पहुंची।
ऐसे बदला दुनिया का आर्डर
भारत में नरेंद्र मोदी की लगातार तीसरी बार सत्ता में वापसी, रूस में पुतिन का लगातार पांचवीं बार राष्ट्रपति बने रहना और अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप की ऐतिहासिक जीत ने वैश्विक शक्ति संतुलन बदलने में अहम भूमिका निभाई। खास बात यह है कि पुतिन, ट्रंप और मोदी के बीच करीबी संबंध हैं, और इन नेताओं के प्रभाव से वैश्विक राजनीतिक परिप्रेक्ष्य में बदल सकता है। इसके अलावा, भारत और चीन के बीच 4 साल बाद तनाव में कमी, और रूस-यूक्रेन युद्ध, इजराइल-हमास और इजराइल-हिजबुल्लाह जैसे संघर्षों में संभावित शांति के संकेत मिल रहे हैं। यह सब वर्ल्ड ऑर्डर में बदलाव के संकेत दे रहे हैं, जिससे दुनिया के वैश्विक परिदृश्य में नई दिशा मिल सकती है।