इन मुद्दो के अलावा बैठक में चीन और तालिबान के मुद्दे पर भी चर्चा हुई। क्वाड में शामिल सभी चारों देशों ने अफगानिस्तान की वर्तमान स्थिति पर विस्तार से बात की। बैठक के जरिए तालिबान को सख्त संदेश दिया गया। इसके अलावा, प्रधामंत्री नरेंद्र मोदी ने चीन की कारगुजारियों की पोल खोलते हुए उस पर भी हमला बोला।
-
प्रधानमंत्री मोदी ने चीन के मोबाइल ऐप्स पर सख्त रुख दिखाया। उन्होने क्लीनअपन मूवमेंट को धार देने पर भी जोर दिया। मोदी की इस पहल का क्वाड में शामिल बाकी तीन देशों के राष्ट्राध्यक्षों ने भी स्वागत किया। बता दें कि भारत ने पहले से ही चीन के कई ऐप पर प्रतिबंध लगा रखे हैं। इनमें कुछ ऐप राष्ट्रीय सुरक्षा के मद्देनजर खतरे का कारण बने हुए थे, तो कुछ ऐप निजता का हनन करने की वजह से प्रतिबंधित किए गए।
इससे पहले, प्रधानमंत्री मोदी ने बैठक में क्वाड का उद्देश्य समझाया और मिलजुलकर काम करने की बात कही। प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में क्वाड का उद्देश्य समझाते हुए कहा कि सबसे पहले वर्ष 2004 के बाद क्वाड देश एकजुट हुए। तब सुनामी से निपटने के लिए हर तरह की मदद की गई थी। अब जबकि पूरी दुनिया कोरोना से लड़ रही है, तब फिर दुनिया की भलाई के लिए क्वाड सक्रिय हुआ है।
-
अमरीकी राष्ट्रपति जो बिडेन ने क्वाड समूह की बैठक में कहा कि आज हम प्रत्येक क्वाड देशों के छात्रों के लिए संयुक्त राज्य अमरीका में अग्रणी स्टेम कार्यक्रमों में उन्नत डिग्री हासिल करने के लिए एक नई क्वाड फेलाशिप भी शुरू कर रहे हैं, जो कल के नेताओं में निवेश का प्रतिनिधित्व करते हैं। हमारे युग की प्रमुख चुनौतियों का सामना करने के लिए क्वाड देशों के पास भविष्य के लिए समान दृष्टिकोण है। बिडेन ने कहा कि वैक्सीनेशन के इनिशिएटिव को लेकर हमारा प्लान ट्रैक पर है। हम भारत में एक बिलियन डोज का उत्पादन जल्द करेंगे, जिससे ग्लोबल सप्लाई बेहतर हो सके।
वहीं, इस बैठक में जापान के प्रधानमंत्री योशिहिदे सुगा ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि यह सम्मेलन बेहतर रहा। सुगा ने बिडेन का धन्यवाद करते हुए कहा कि जापानी फूड प्रॉडक्ट पर जो प्रतिबंध लगा था, उसे आपने खत्म कर दिया। इसके लिए मैंने आपसे गत अप्रैल में गुजारिश की थी।