स्मारक बनाने के लिए मिलना चाहिए ‘भारत रत्न’
डॉ. मनमोहन सिंह के साथ काम करने की यादें शेयर करते हुए कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित ने कहा, एक सांसद के रूप में, मुझे राष्ट्रीय मुद्दों को संबोधित करने में उनकी बुद्धिमत्ता और स्पष्टता को देखने का सौभाग्य मिला। अर्थशास्त्री, सुधारवादी और एकजुट करने वाले नेता के रूप में डॉ. मनमोहन सिंह की विरासत सरकार से उनके स्मारक और भारत रत्न के माध्यम से उनकी स्मृति का सम्मान करने के आह्वान के साथ गूंजती रहती है।
अद्वितीय योगदान क लिए मिलना चाहिए भारत के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार
कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा के पति व्यवसायी रॉबर्ट वाड्रा ने कहा कि पूरा देश एक ऐसे होनहार प्रधानमंत्री के निधन पर शोक मना रहा है। उन्होंने वित्तीय और आर्थिक मामलों में बहुत योगदान दिया। उन्होंने दस साल तक प्रधानमंत्री के रूप में कार्य किया, और उनका अंतिम संस्कार एक महत्वपूर्ण स्थल पर होना चाहिए। सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि हम इसके लिए वकालत करना जारी रखेंगे। उन्होंने आगे कहा कि मनमोहन को देश के लिए उनके अद्वितीय योगदान का हवाला देते हुए भारत के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार भारत रत्न से सम्मानित किया जाना चाहिए। मनमोहन सिंह ने वित्तीय संकट को असाधारण कौशल के साथ संभाला
कांग्रेस सांसद सुखजिंदर सिंह रंधावा ने समुदायों, विशेष रूप से पंजाबियों और सिखों के बीच डॉ. मनमोहन सिंह के सम्मान पर प्रकाश डाला। रंधावा ने कहा है कि वे एक उल्लेखनीय नेता थे जिन्होंने वित्तीय संकट को असाधारण कौशल के साथ संभाला। भाजपा सरकार ने उन्हें स्मारक और उपयुक्त दाह संस्कार स्थल देने से इनकार करके न्याय नहीं किया है।
दो बार प्रधानमंत्री के रूप में किया काम
आपको बता दें कि भारत के 14वें प्रधानमंत्री और विश्व स्तर पर सम्मानित अर्थशास्त्री डॉ. सिंह का गुरुवार रात 92 वर्ष की आयु में नई दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में निधन हो गया। भारत के आर्थिक सुधारों के वास्तुकार के रूप में जाने जाने वाले डॉ. सिंह ने 2004 से 2014 तक लगातार दो बार प्रधानमंत्री के रूप में कार्य किया और कांग्रेस के नेतृत्व वाली संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (यूपीए) का नेतृत्व किया।